अब जब उत्तराखंड विधानसभा चुनाव की तस्वीर लगभग साफ़ हो गयी है, और बीजेपी बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चुनाव हार गए है। ऐसे में सियासी हलकों में एक सवाल बड़ी मजबूती से तैरने लगा है कि सूबे का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा ?
पार्टी हाईकमान के लिए अब उत्तराखंड के लिए नए मुख्यमंत्री का चुनाव करने की बैठकों का दौर शुरू होने वाला है और निश्चित ही यह हाई कमान के लिए ये बड़ा सरदर्द साबित होगा। क्या मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दोबारा ताजपोशी हो सकती है या निर्वाचित विधायकों में से ही मुख्यमंत्री का चुनाव होगा यह यक्ष प्रश्न जनता के सात-साथ सियासी गलियारे में गूंजने लगा है।
अंदर खाने यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है कि क्या हाईकमान उत्तराखंड में जीते हुए विधायकों की टीम से बाहर का चेहरा चलेगी या फिर चुने हुए विधायकों में से ही कोई नया चेहरा उत्तराखंड को मिलेगा। अगर बाहर से लाकर पैराशूट मुख्यमंत्री का चुनाव किया जाता है तो वो कौन से चेहरे हो सकते हैं।
ऐसे में जहाँ राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के नाम पर भी एकाएक चर्चाएं उठने लगी है तो हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक का नाम भी दिया जा रहा है। नवनिर्वाचित विधायकों में से जिन नामों पर चर्चा की जा सकती है उनमें सुबोध उनियाल, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, मुन्ना सिंह चौहान एवं मदन कौशिक प्राथमिकता पर हो सकते हैं।
गौरतलब है कि पूर्व में भी मुख्यमंत्री का चुनाव करने में भाजपा हाईकमान चौकाने वाले फैसले लेता रहा है, जिस कारण पिछली सरकार में राज्य को तीन मुख्यमंत्री मिले हैं।