जैसे जैसे अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन की तिथि समीप आ रही है अयोध्या को सजाने सवारने के काम में तेजी दिखाई देने लगी है। राम मंदिर भूमिपूजन समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए अलग अलग विभागों को जिम्मेदारियां सौंप दी गयी हैं। भूमि पूजन के तय कार्यक्रम के अनुसार शुभ मुहूर्त 11:40 बजे से पहले अयोध्या के लोग अपने घर से बाहर निकलकर घंटे और थाली बजाकर भगवान राम का स्वागत करेंगे और आधार शिला पूजन समारोह के तुरंत बाद अयोध्या में प्रसाद वितरण का काम शुरू होगा, कहा जा रहा है कि महाप्रसाद वितरण के लिए एक लाख ग्यारह हज़ार पैकेट प्रसाद तैयार किया जा रहा है जो लोगों के घरों तक पहुंचाया जायेगा।
वहीं राममंदिर भूमि पूजन के लिए सुरक्षा के भी सख्त इंतज़ाम किये जा रहे हैं, 4 अगस्त से अयोध्या की सीमाएं शील कर दी जाएँगी, विशेष अनुमति वाले लोगों की ही एंट्री होगी। चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था व् अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए अधिकारीगण लगातार नज़र बनाये हुए हैं।
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी बताते हैं कि राम नगरी में 3,500 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जा रहे हैं। भूमि पूजन स्थल के आसपास और वीवीआईपी के रूट पर घरों व इमारतों की छतों में स्नाइपर्स तैनात किए जाएंगे। साथ ही एटीएस की कमांडों टीमें भी मौजूद रहेंगी। आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस वाले पांच हजार सीसीटीवी कैमरों के जरिए कार्यक्रम स्थल समेत अयोध्या के विशेष इलाकों की निगरानी की जाएगी। ड्रोन कैमरों के जरिए आसमान से भी नजर रखी जाएगी। पीएम के दौरे और रॉ के इनपुट के मद्देनजर सुरक्षा इंतजाम पुख्ता किए जा रहें हैं।
इसके अलावा कोरोना महामारी के दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करवाना भी प्रशासन के लिए एक चुनौती बनी हुई है। मुख्य कार्यक्रम स्थल पर मानक के अनुसार अतिथियों के उचित और पर्याप्त कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बैठने की व्यवस्था, साफ-सफाई की व्यवस्था, भूमि पूजन एवं शिलान्यास स्थल पर बेहतर एवं मानक के अनुसार व्यवस्था करने हेतु निर्देश दिए गए।