सूबे में लगेंगे 700 रक्तदान शिविर, आप भी किसी जरुरतमंद की जिंदगी बचा सकते हैं, रक्त दान-महादान

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रक्त दान को महादान माना गया है। हमारे रक्तदान किए गए रक्तदान से कई लोगों की जिंदगी बचती है। रक्तदान का कितना महत्व है इसका अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई निकटतम व्यक्ति जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा होता है। रक्तदान कर हम जहां एक ओर किसी की जान बचाते हैं वहीं दूसरी ओर इससे जबरदस्त आत्म संतुष्टि मिलती है। प्रधानमंत्री के जन्मदिन 17 सितम्बर 2023 से गांधी जयंती 02 अक्टूबर 2023 तक प्रदेशभर में सेवा पखवाड़ा आयोजित किया जायेगा। जिसमें आयुष्मान भव अभियान, स्वच्छ भारत अभियान, रक्तदान अभियान एवं अंगदान शपथ कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।

सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आयुष्मान भव अभियान के शुभारम्भ अवसर पर राजभवन देहरादून में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि प्रधानमंत्री के जन्मदिन 17 सितम्बर 2023 से गांधी जयंती 02 अक्टूबर 2023 तक प्रदेशभर में सेवा पखवाड़ा आयोजित किया जायेगा। जिसमें आयुष्मान भव अभियान, स्वच्छ भारत अभियान, रक्तदान अभियान एवं अंगदान शपथ कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। जबकि आयुष्मान भव अभियान के अंतर्गत 31 दिसम्बर तक आयुष्मान आपके द्वार 3.0 कार्यक्रम के तहत प्रत्येक व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड एवं आभा आईडी बनाई जायेगी। इसी प्रकार आयुष्मान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एवं राजकीय संयुक्त चिकित्सालयों पर साप्ताहिक स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया जायेगा। जिसमें हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थानीय लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं गैर संचारी रोगों की जांच की जायेगी। इसी प्रकार राजकीय संयुक्त चिकित्सालयों पर आयोजित स्वास्थ्य मेलों में राजकीय मेडिकल कॉलेजों के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण एवं गैर संचारी रोगों की जांच की जायेगी।

वहीं  02 अक्टूबर को ग्राम सभाओं एवं शहरी वार्डों में आयुष्मान सभाओं का आयोजन किया जायेगा। जिसमें आम लोगों की जांच के साथ ही आयुष्मान कार्ड वितरित किये जायेंगे तथा रक्तदान शिविर का भी आयोजन होगा। विभागीय मंत्री ने बताया कि अगले तीन माह में प्रदेश की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत 10-10 रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जायेगा। जिनमें आवश्यकतानुसार एवं राज्य की रक्त भण्डारण क्षमता के अनुरूप स्वैच्छिक रक्तदान व रक्तदान हेतु पंजीकरण का कार्यक्रम चलाया जायेगा। इसके अलावा शिविर में अंगदान एवं देहदान हेतु लोगों को जागरूक करते हुये उन्हें अंगदान एवं देहदान की शपथ दिलाई जायेगी। आयुष्मान भव अभियान से जुड़े कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिये स्थानीय स्तर पर सांसद, क्षेत्रीय विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, मेयर, निकायों के अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि बढ़चढ़ कर प्रतिभाग करेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य में अब तक 51 लाख 91 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। जिनमें से 6 लाख 61 हजार लोगों ने आयुष्मान योजना का लाभ उठा कर विभिन्न पंजीकृत अस्पतालों में निःशुल्क उपचार कराया, जिस पर राज्य सरकार ने अब तक 1623 करोड़ रुपये खर्च कर दिये हैं। डॉ. रावत ने बताया कि प्रदेश में अंगदान एवं देहदान के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ी है। जिसका नतीजा है कि सूबे में अब तक 1200 से अधिक लोगों ने अंगदान एवं देहदान के लिये अपना शपथ पत्र भरा है।

आपको बता दें कि देश मे हर साल लगभग 80 लाख यूनिट रक्त की जरुरत होती है, जबकि 50 यूनिट ही मिल पाता है. ये बहुत कम है। लाखों मरीज रक्त के इंतजार में दम तोड़ देते हैं। रक्त की कमी से भारत में हर साल 30 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है, जबकि इस कमी को मात्र एक फीसद आबादी रक्तदान कर पूरा कर सकती है।


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