रुद्रप्रयाग जिले के गौरकुंड में बड़े हादसा होने की खबर सामने आ रही है। रुद्रप्रयाग मे केदारनाथ यात्रा पड़ाव पर गौरीकुंड मे भीषण बारिश की वजह से भूस्खलन हुआ है। जहाँ पहाड़ से मलबा गिरने से कई दुकानों के बह जाने की खबर है तो वहीं 10 से ज्यादा लोगों के लापता होने की भी ख़बरें है। इनमें तीन स्थानीय, सात नेपाल मूल के और तीन अन्य राज्य के हैं। मौके पर रेस्क्यू के लिए टीम पहुंची है। रेस्क्यू में लगातार बारिश का होना एक चुनौती बनी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार सात अगस्त तक प्रदेशभर में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तराखंड में जून माह से मानसून शुरू होने के बाद से ही प्रदेश में मानसूनी वर्षा का क्रम जारी है। इस दौरान गौरीकुंड डाट पुलिया के समीप बीती रात करीब डेढ़ बजे पहाड़ी से मलबा गिरने से तीन दुकानें जमींदोज हो गयी वहीँ मलबे की चपेट में आकर 13 लोगों के लापता होने की सूचना मिल रही है। हादसे के वक्त लोग सो रहे थे। सूचना देर रात मिली जिसके बाद एसडीआरएफ सहित जिला प्रशासन की टीम मौके पर रेस्क्यू के लिए पहुंची थी, लेकिन रात को रेस्क्यू करने में आ रही दिक्कतों के कारण अभियान को रोकना पड़ा।एसडीआरएफ लोगों को तलाशने का कार्य कर रही है। पुलिस के माध्यम से प्राप्त सूचना के अनुसार केदारनाथ यात्रा मार्ग गौरीकुंड डाटपुलिया के समीप भारी भू-स्खलन से लापता होने वाले 13 लोगों के ( तीन स्थानीय, सात नेपाल मूल के और तीन अन्य राज्य ) अलावा बीर बहादुर पुत्र हरि बहादुर, सुमित्रा पत्नी बीर बहादुर, निशा पुत्री बीर बहादुर निवासी ग्राम व थाना राया जिला होमला आंचल करनाली, नेपाल, धर्मराज बूढ़ा पुत्र मुन बहादुर निवासी पेरे वार्ड नंबर-2 थाना दिल्ली चौरा जिला जमुला आंचल जिला करनाली नेपाल, चंद्र कामी पुत्र लाल बहादुर एवं सुखराम रावत पुत्र जोरा निवासी चौरा वार्ड नंबर-2 थाना दिल्ली चौरा जिला जमुला आंचल करनाली नेपाल भी घटना के बाद लापता बताए जा रहे हैं। इस घटना में अब तक 19 लोगों की लापता होने की सूचना है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक भारी बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंह नगर, चमोली और बागेश्वर जिले के लिए भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। मुख्यमंत्री धामी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। धामी सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे। प्रदेशभर बारिश से हुए नुकसान के साथ ही उन्होंने गौरीकुंड भूस्खलन की घटना अपडेट लिया। उन्होंने अधिकारियों त्वरित कार्रवाई करने और अलर्ट रहने के निर्देश दिए।