बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव की तस्वीर लगभग साफ हो गई है, राज्य की दोनों प्रमुख राष्ट्रीय पार्टी ने अपने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। जहाँ बीजेपी ने 2022 के चुनाव जीते अपने प्रत्याशी स्वर्गीय चंदन राम दास की पत्नी को टिकट देने का मन बनाया है तो वहीं कांग्रेस ने भी उपचुनाव का रण लड़ने वाले अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है, कांग्रेस ने बागेश्वर उपचुनाव के लिए बसंत कुमार को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
बागेश्वर विधानसभा के उपचुनाव की रोमांचक लड़ाई शुरू हो गयी है और राज्य की दोनों प्रमुख पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने हैं। राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर थी की भाजपा आगामी चुनावों में सहानुभूति कार्ड का इस्तेमाल करेगी। बीजेपी ने पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय चंदनराम दास की पत्नी पर दांव लगाया है। सोमवार को केंद्रीय नेतृत्व ने उपचुनाव में पार्वती दास को भाजपा का प्रत्याशी घोषित किया। 16 अगस्त को नामांकन भरा जाएगा। वहीं कांग्रेस ने पिछली बार कांग्रेस से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले रंजीत दस के भाजपा में जाने की भरपाई आम आदमी पार्टी के पूर्व उपाध्यक्ष बसंत कुमार को अपने पाले में लाकर की है। रविवार को बसंत कुमार को पार्टी की सदस्यता दिलाई गई और सोमवार को उन्हें बागेश्वर विधानसभा सीट का विधायक प्रत्याशी घोषित कर दिया गया।
मालूम हो की पार्टी ने बागेश्वर उपचुनाव के लिए तीन दावेदारों का पैनल केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड को भेजा था। पैनल में दिवंगत कैबिनेट मंत्री की पत्नी पार्वती दास, बेटा गौरव कुमार दस और पूर्व जिला अध्यक्ष दीपा आर्य के नाम शामिल थे।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि बागेश्वर उपचुनाव में पार्टी जोरदार जीत दर्ज करेगी। वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि पार्टी परिवार बढ़ रहा है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस विधानसभा उप चुनाव बड़े अंतर से जीतेगी।