रूस का लूना-25 मून मिशन फेल हो गया है। चांद की सतह पर उतरने के लिए निकला रूस का लूना-25 स्पेसक्रॉफ्ट नियंत्रण से बाहर होने के बाद चांद की सतह पर क्रैश हो गया है। लैंडिंग से पहले ऑर्बिट बदलते वक्त असामान्य स्थिति आ गई, जिस वजह से लूना-25 ठीक ढंग से ऑर्बिट नहीं बदल सका। रूसी स्पेस एजेंसी रोस्कॉसमॉस ने इसकी जानकारी दी है। अब सबकी निगाहें चंद्रयान की सॉफ्ट लैंडिंग पर हैं।
शनिवार को रूसी स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस ने पुष्टि की थी कि रूस के लूना-25 अंतरिक्ष यान में तकनीकी खराबी आ गई है। रोस्कोस्मोस ने शनिवार को बताया कि लैंडिंग से पहले ऑर्बिट बदलते वक्त असामान्य स्थिति आ गई, जिस वजह से लूना-25 ठीक ढंग से ऑर्बिट बदल नहीं सका। स्पेस एजेंसी ने बताया कि विशेषज्ञ अचानक आई दिक्कत से निपटने में फिलहाल असफल रहे।
Russia's Luna-25 mission ends in failure as spacecraft smashes on Moon
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वहीं, इससे पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि लूना-25 21 या 22 अगस्त को चांद की सतह पर पहुंच जाएगा। वहीं, चंद्रयान-3 भारत ने 14 जुलाई को लॉन्च किया था, जो 23 अगस्त को चांद पर लैंड करेगा। लूना- 25 और चंद्रयान-3 के चांद पर उतरने का समय करीब-करीब एक ही होने वाला था। इसी दौरान 19 अगस्त को लूना-25 में तकनीकी खामी आ गई थी, जिसकी वजह से मुश्किलें खड़ी हो गई थीं.
Chandrayaan-3 landing date and time officially announced; Check details
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बता दें कि रूस ने 11 अगस्त 2023 (मॉस्को समय के अनुसार) को लूना-25 लॉन्च किया था, वहीं भारत ने 14 जुलाई को चंद्रयान-3 चांद के लिए रवाना किया है। जानकारों के अनुसार ये दोनों ही मिशन लगभग एक वक्त पर चांद पर अपना-अपना लैंडर उतारने वाले थे। हाल के सालों में भारत और रूस के अलावा अमेरिका, चीन, इजराइल, जापान के अलावा निजी कंपनियां भी चांद के लिए मानव रहित और इंसान को लेकर जाने वाले कार्यक्रम की योजना बना रही हैं।