केंद्र व प्रदेश सरकार की सख्ती के बावजूद देशभर में अवैध रूप से मदरसों को संचालित किया जा रहा है, बीते रविवार को भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था जब पर्यटन नगरी नैनीताल शहर के समीपवर्ती वीरभट्टी में 15 वर्षों से अवैध रूप से मदरसा संचालित किया जाना पाया गया। शिकायत पर जब सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में टीम जांच के लिए पहुंची तो अवैध मदरसे सहित अनेकों अनियमितताओं का मामला भी प्रकाश में आया। मुख्यमंत्री धामी ने अवैध मदरसे में बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार को संज्ञान में लेते हुए इस गंभीर विषय पर गृह विभाग को निर्देशित करते हुए तत्काल समस्त जिलों में संचालित समस्त मदरसों का सत्यापन कराने को कहा है।
बता दें कि मदरसे में पढ़ने वाले किसी छात्र के परिजनों ने नैनीताल जिलाधिकारी को पत्र लिखकर छात्रों के साथ हो रही मारपीट और उनके साथ दुर्व्यवहार की शिकायत की थी। जिसके बाद डीएम के आदेश पर रविवार को सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पहुंची टीम के समक्ष इसका खुलासा हुआ। जांच के दौरान मदरसे में 24 बच्चे बीमार हालत में मिले तो वहीं छापेमारी के दौरान देखा गया कि मदरसे में छात्रों को भेड़-बकरियों की तरह कमरों में रखा गया था।
मदरसे में बच्चों के रहने के लिए कोई उचित व्यवस्था तक नहीं मिली। छात्रों को गंदा पानी पिलाया जा रहा था, जिससे छात्रों का स्वास्थ्य लगातार बिगड़ रहा था। वहीं टीम को छापेमारी के दौरान रसोई में बदबूदार खाना मिला। टीम को कई और अन्य अनियमितताएं भी मिली हैं। जब मदरसा संचालकों से अधिकारियों ने दस्तावेज मांगे तो वह मदरसे के पंजीकरण समेत अन्य दस्तावेज तक नहीं दिखा पाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अवैध मदरसे में बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार को संज्ञान में लेते हुए गृह विभाग को निर्देशित करते हुए तत्काल समस्त जिलों में संचालित समस्त मदरसों का सत्यापन कराने को कहा है। उन्होंने कहा कि जहां भी कोई अनैतिक कार्य हो रहा हो, वहां तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए। जिसके बाद इस विषय पर गृह विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं।