पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के सितारे इन दिनों गर्दिश में नजर आ रहे हैं। जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती पूर्व सीएम हरीश रावत को समन देने सीबीआई अस्पताल ही पहुंच गई। हरीश रावत पिछले दिनों एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे, जहां उनका इलाज चल रहा है। सीबीआई ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और हरक सिंह रावत को स्टिंग प्रकरण में नोटिस भेजा है। दोनों को सात नवम्बर को सीबीआई के सामने पेश होना है।उत्तराखंड में बहुचर्चित स्टिंग मामला एक बार फिर से सुर्खियों में है। सीबीआई ने पूर्ववर्ती कांग्रेस की हरीश रावत सरकार में विधायकों की खरीद फरोख्त से जुड़े स्टिंग प्रकरण पर सीबीआई ने जांच तेज कर दी है। जहां स्टिंग मामले में पूर्व मंत्री रहे हरक सिंह रावत को सीबीआई ने उनके आवास पर जाकर समन थमाया तो वहीँ जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती पूर्व सीएम हरीश रावत को समन देने सीबीआई अस्पताल ही पहुंच गयी। अस्पताल में समन देने पहुंची सीबीआई को लेकर हरीश रावत ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखी है।
आज जौलीग्रांट हॉस्पिटल में मेरे स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए एक बड़ी महत्वपूर्ण संस्था भी आई, #CBI के दोस्त आये और उन्होंने मुझे एक #नोटिस सर्व किया, तो मुझे बड़ा ताज्जुब हुआ..https://t.co/77PjEkrmUG….. वाह CBI !!#india #uttarakhand @ANI @PTI_News #media @INCIndia pic.twitter.com/uA4NQJhV9h
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) October 27, 2023
ज्ञात हो कि साल 2016 में उत्तराखंड की तत्कालीन हरीश रावत की कांग्रेस सरकार में राजनीतिक ताकत दिखाने के लिए सरकार के अपने ही 9 विधायक विद्रोही हो गए थे। इनके बगावती तेवरों की आंच इतनी बढ़ गई थी कि इसकी तपिश दिल्ली तक पहुंची। नतीजतन उत्तराखंड में लगातार तीन महीने तक ऊहापोह की स्थिति बनी रही। जिसके बाद उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाना पड़ा था। हालांकि इस दौरान हरक सिंह रावत समेत कांग्रेस के कई दिग्गज नेता बीजेपी में चले गए थे।दरअसल, स्टिंग ऑपरेशन मामले को लेकर बीती 20 जून को सीबीआई ने चारों नेताओं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, डॉक्टर हरक सिंह रावत, मदन सिंह बिष्ट और खानपुर विधायक उमेश कुमार के वॉयस सैंपल लेने को हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है।