उत्तराखंड में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। चिलचिलाती धूप और गर्म लू के थपेड़े मैदान से लेकर पहाड़ तक लोगों को झुलसा रहे हैं। शुक्रवार को दून का अधिकतम तापमान सात डिग्री की बढ़ोतरी के साथ 43.2 दर्ज किया गया। दून में पारा कभी इतना ऊपर नहीं गया, जितना 31 मई 2024 को रिकार्ड किया गया है। मौसम विभाग एक जनवरी 1867 से देहरादून में तापमान की गणना कर रहा है, इसमें 43.2 डिग्री मई में अब तक का सबसे अधिक तापमान है।
अपनी शानदार आबोहवा के लिए जाने जाने वाले प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी ने अपना पारा चढ़ा दिया और गर्मी ने अपने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं । पारा 43.2 डिग्री पर चला गया चिलचिलाती धूप और गर्म लू के थपेड़े मैदान से लेकर पहाड़ तक लोगों को झुलसा रहे हैं। रात में भी तापमान सामान्य से कई अधिक है। भीषण गर्मी की मार झेल रहे उत्तराखंड के मैदानी जिलों में रात को भी राहत नहीं है। दून समेत ज्यादातर क्षेत्रों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
मौसम विज्ञान केंद्र की माने तो आज (शनिवार) भी अधिकतम तापमान 42 डिग्री रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है, तापमान में हो रही बढ़ोतरी की वजह से मैदान में गर्म हवाएं चल रही हैं। आने वाले दिनों की बात करें तो जून के पहले सप्ताह के बाद तापमान में कमी देखने को मिल सकती है।
यह रहा तापमान—
अधिकतम न्यूनतम
देहरादून 43.3 25.4
पंतनगर 42.1 24.1
मुक्तेश्वर 30.6 13.5
नई टिहरी 30.6 15.1
स्वास्थ्य विभाग की तरफ दिशा-निर्देश जारी कर कहा गया है कि हीटवेव को लेकर कोताही न बरती जाए। अस्पतालों में अतिरिक्त बेड रखे जाएं। अस्पतालों में पंखे-कूलर किया जाए ताकि किसी भी मरीज को दिक्कतों का सामना न करना पड़े.स्वास्थ्य विभाग की तरफ लोगों से अपील की गई है कि बहुत जरूरी होने पर ही अपने घरों से बाहर निकलें। इसके अलावा घर पर ओआरएस, इलेक्ट्रॉल, नींबू शिकंजी, नारियल पानी, छाछ का नियमित सेवन करें।
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