- जिले का तेलंगाना और महाराष्ट्र से संपर्क कटा, प्रदेश के करीब बन रहा बड़ा सिस्टम
- बस्तर में अगले दो-तीन दिन फिर बन रहे हैं भारी बारिश के आसार
- मौसम विज्ञानियों के अनुसार- तटीय ओडिशा, महाराष्ट्र से होते हुए छत्तीसगढ़ तक बन रही है द्रोणिका
रायपुर/बीजापुर . प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तो शुक्रवार को बारिश नहीं हुई, लेकिन दक्षिण बस्तर के बीजापुर, कोंटा, उसूर क्षेत्र में अतिभारी बारिश हुई। बीजापुर में सबसे ज्यादा 210 मिमी (8.26 इंच) बारिश हो गई। कोंटा में 165 और उसूर में 109 मिमी बारिश हुई। कुछ अन्य जगह हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में रविवार को एक बार फिर भारी बारिश की स्थिति बन रही है।
इसके अगले दो-तीन दिन जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार 4 अगस्त से छत्तीसगढ़ के करीब एक बड़ा सिस्टम बन रहा है। इसके प्रभाव से समुद्र से बड़ी मात्रा में नमी आएगी और मानसूनी हवा से प्रदेश में बारिश होगी। हालांकि शनिवार को भी राज्य में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
बीजापुर में बीती रात मूसलाधार बारिश के चलते बीजापुर जिले का तेलंगाना और महाराष्ट्र से संपर्क टूट गया है। जिले में बहने वाली इंद्रावती नदी, तालपेरू, मिंगाचल सहित दो दर्जन से ज्यादा नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने के कारण चेरपाल, गंगालूर, तारलागुड़ा, तोयनार सहित एक दर्जन से ज्यादा गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। इसके अलावा अंदरूनी इलाकों के दर्जनों गांव टापू बन गए हैं। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। इधर, बताया जाता है कि मिंगाचल नदी में रेत भरने पहुंचे एक वाहन डूब गया। वहीं नैमेड़ स्थित दुर्गा मंदिर के पास तेंदू का पेड़ गिर गया, जिससे आवागमन प्रभावित हुआ।
बारिश थमी तो 4 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया राजधानी रायपुर का पारा : बारिश थमने की वजह से तापमान में एक बार फिर बढ़ोतरी होने लगी है। शुक्रवार को राजधानी रायपुर में दिन का तापमान 31 डिग्री पहुंच गया। यह सामान्य से एक डिग्री कम है। पिछले दिनों बारिश की वजह से दिन का तापमान 27 डिग्री तक पहुंच गया था। इसी तरह बिलासपुर, पेंड्रारोड, दुर्ग, राजनांदगांव में भी दिन का तापमान 30 डिग्री के आसपास है। सभी जगह पारा सामान्य से एक डिग्री या अधिक है। राजधानी रायपुर में दो दिन से ज्यादा बारिश नहीं हुई।
लेकिन मौसम में ठंडक है। दिन का तापमान भी सामान्य के करीब या उससे थोड़ा कम है। शनिवार तक भारी बारिश हो सकती है। रविवार शाम-रात तक सिस्टम मजबूत होगा और उससे भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार तटीय ओडिशा, महाराष्ट्र से होते हुए एक द्रोणिका छत्तीसगढ़ तक बन रही है। इसी के साथ उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र भी बन रहा है। इन दोनों सिस्टम के प्रभाव से 4, 5 और 6 अगस्त को छत्तीसगढ़ में खासकर दक्षिण बस्तर में भारी बारिश हो सकती है।