उत्तराखंड एक बार फिर बरसाती आपदा की चुनौतियों से उबर रहा है। केदारनाथ यात्रा मार्ग के प्रभावित क्षेत्रों में जो हाल ही में हुई अतिवृष्टि के बाद से कई मार्ग आवाजाही हेतु बंद हो गए थे, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हादसे पर लगातार नज़र बनाए हुए हैं और एक्शन में हैं। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हुई अतिवृष्टि से हुए नुकसान का मुख्यमंत्री जिलाधिकारियों से हर पल का स्वयं अपडेट ले रहे हैं। इसी कड़ी में प्रभावित क्षेत्रों में आधारभूत संरचना के रेस्टोरेशन के लिए आयुक्त गढ़वाल मण्डल विनय शंकर पाण्डेय को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। वहीँ राज्य आश्वंतित है की केदारनाथ में क्षतिग्रस्त सड़क और पुलों के निर्माण में केंद्र भी मदद करेगा। आज काठगोदाम स्थित सर्किट हाउस में प्रिंट मीडिया से बातचीत में मुख्य्म्नात्री धामी ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित साह व केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से बातचीत हुई है। जल्द ही केंद्र सरकार की मदद से क्षतिग्रस्त सड़क और पुलों को ठीक कराया जाएगा।
राज्य सरकार दारघाटी में अतिवृष्टि के बाद से कई मार्ग जो आवाजाही हेतु बंद हो गए थे, खोले जाने के लिए विभिन्न रेस्क्यू टीमें लगातार अभियान चलाए हुए है। मुख्यमंत्री ने शनिवार को जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग से वर्चुअल माध्यम से वार्ता करते हुए निर्देश दिये कि श्री केदारनाथ पैदल मार्ग पर आवागमन को सुचारू किये जाने के प्रयास जल्द से जल्द किये जाएं। पैदल यात्रा मार्ग पर फंसे यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया जाए और उनको भोजन की समुचित व्यवस्था रखी जाए।
केदारघाटी में अतिवृष्टि के कारण बंद हुए कई मार्गों पर आवाजाही सुचारू करने के लिए विभिन्न रेस्क्यू टीमें लगातार चला रही हैं अभियान pic.twitter.com/Bi1sra8Ukg
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) August 3, 2024
केदारनाथ यात्रा मार्ग के प्रभावित क्षेत्रों में आधारभूत संरचना के रेस्टोरेशन के लिए आयुक्त गढ़वाल मण्डल विनय शंकर पाण्डेय को निर्देश हैं कि सचिव आपदा प्रबंधन,सचिव लोक निर्माण विभाग तथा ऊर्जा विभाग के उच्च अधिकारी तत्काल जनपद रूद्रप्रयाग का दौरा करते हुए रेस्क्यू और रेस्टोरेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करायेंगे। अतिवृष्टि के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग के मुख्य स्थान चीरबासा हैलीपैड़ हैली सेवाओं हेतु पूर्णतः बाधित हो गया था।
केदारनाथ धाम में फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित रेस्क्यू करने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। आज मौसम साफ होने के पश्चात छोटे हेलीकॉप्टर के साथ-साथ MI 17 से भी रेस्क्यू शुरू किया गया। आज MI 17 से केदारनाथ से लगभग 45 लोगों को रेस्क्यू कर नीचे लाया गया। बता दें कि मुख्यमंत्री श्री… pic.twitter.com/X3MdB1ihFd
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) August 3, 2024
आज कमांडेंट एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम द्वारा बाधित हुए चीरबासा को हैली हेतु सुचारू कर दिया गया है जो रेस्क्यू टीमों के लिए बड़ी राहत है। शनिवार दोपहर तक चीरबासा हैलीपैड़ से लगभग 8 से 10 बार हैली सेवा के माध्यम से रेस्क्यू कार्यों को अंजाम दिया जा चुका है। अब हैली सेवाओं के माध्यम से चीरबासा से रेस्क्यू कार्यों को और भी आसानी व सुगमता से किया जा सकेगा।
#WATCH काठगोदाम, नैनीताल: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारी बारिश और आपदा से प्रभावित क्षेत्रों को लेकर सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की। pic.twitter.com/WuThnE2TSd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 3, 2024
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार केंद्र से भी इस सम्बन्ध में बातचीत कर रहे हैं, आज काठगोदाम स्थित सर्किट हाउस में प्रिंट मीडिया से बातचीत में उन्होंने बतया कि इस संबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित साह व केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से बातचीत हुई है। जल्द ही केंद्र सरकार की मदद से क्षतिग्रस्त सड़क और पुलों को ठीक कराया जाएगा। गौरतलब है कि राज्य सरकार के छह हेलीकाप्टर और केंद्र से मिले दो एमआई 17 हेलीकाप्टर और चिनकु विमान राहत कार्य में लगे हुए हैं। उन्होंने बतया कि जल्द ही केंद्र सरकार की मदद से क्षतिग्रस्त सड़क और पुलों को ठीक कराया जाएगा। उनका प्रयास है कि क्षेत्र में जल्द ही सड़क, संपर्क मार्ग, पेयजल, बिजली और संचार सेवाएं बहाल हो। इस दिशा में भी काम बड़ी तेजी से किया जा रहा है।