देहरादून के राजपुर रोड पर बुधवार रात को एक दर्दनाक सड़क हादसे में चार मजदूरों की जान चली गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। हादसे को अंजाम देने वाली तेज रफ्तार मर्सिडीज कार को 22 वर्षीय युवक चला रहा था, जो घटना के बाद मौके से फरार हो गया था। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को आईएसबीटी देहरादून के पास से गिरफ्तार कर लिया है।

कैसे हुआ हादसा?—
बुधवार रात करीब 8:20 बजे राजपुर रोड स्थित साई मंदिर के पास उत्तरांचल अस्पताल के सामने यह दर्दनाक दुर्घटना हुई। चार मजदूर पैदल अपने घर की ओर जा रहे थे, तभी मसूरी की ओर से आ रही तेज रफ्तार मर्सिडीज कार अचानक अनियंत्रित हो गई और फुटपाथ पर चढ़ गई। कार ने चार मजदूरों को कुचल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में दो अन्य लोग भी घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज जारी है।

हादसे के बाद आरोपी ने कैसे बचने की कोशिश की?—
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार की रफ्तार 70-75 किमी प्रति घंटा थी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि श्रमिक कई फीट दूर जा गिरे और कार पास में खड़ी एक स्कूटी से टकरा गई, जिससे स्कूटी सवार दो अन्य लोग घायल हो गए। हादसे के बाद आरोपी गाड़ी को मौके पर छोड़ने के बजाय भाग निकला।
पुलिस जांच में सामने आया कि कार का चालक 22 वर्षीय वंश कत्याल था, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का रहने वाला है। वह देहरादून में नौकरी की तलाश में आया था और एक पीजी में रह रहा था। कार उसके जीजा जतिन प्रसाद वर्मा की थी, जो देहरादून के जाखन में रहते हैं।

कैसे पकड़ा गया आरोपी?—
हादसे के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और एएनपीआर (ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) कैमरों की मदद से कार की पहचान की। जांच में सामने आया कि कार चंडीगढ़ नंबर की सिल्वर ग्रे मर्सिडीज थी, जो हाल ही में जुलाई 2024 में आरोपी के जीजा ने खरीदी थी।
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले और चेक पोस्ट पर निगरानी बढ़ाई। कार सहस्त्रधारा में एक खाली प्लॉट में खड़ी मिली। पूछताछ में आरोपी के एक परिचित मोहित मलिक ने बताया कि वंश ने अपनी गाड़ी वहीं खड़ी कर दी थी और अपने भांजे को छोड़ने के लिए उसकी स्कूटी ले गया था।

आरोपी का कबूलनामा—
गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ में वंश ने बताया कि वह अपने 12 वर्षीय भांजे को घुमाने के लिए निकला था। खाना खाने के बाद भांजे के कहने पर मसूरी की ओर राउंड मारने चला गया। लौटते समय राजपुर रोड पर अचानक दो स्कूटी सामने आ गईं, जिनमें से एक स्कूटी को उसकी गाड़ी ने टक्कर मार दी। इसी दौरान कार अनियंत्रित हो गई और मजदूरों को रौंद दिया।
हादसे के बाद डर के कारण उसने कार को सहस्त्रधारा में छोड़ दिया और अपने दोस्त मोहित से स्कूटी मांगकर भांजे को जाखन छोड़ने चला गया। भांजे को छोड़कर वह मोहित की स्कूटी लौटाकर फरार हो गया।

पुलिस कार्रवाई और लोगों का आक्रोश—
पुलिस ने वंश कत्याल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया। क्षेत्रवासियों ने कहा कि राजपुर रोड पर लगातार तेज रफ्तार वाहनों के कारण हादसे हो रहे हैं, लेकिन पुलिस इन पर अंकुश लगाने में नाकाम रही है।
एसएसपी अजय सिंह ने स्थिति को संभालते हुए कहा कि क्षेत्र में बैरिकेडिंग और निगरानी बढ़ाई जाएगी।
मृतकों और घायलों की पहचान—
मृतक:
- मंसाराम (ग्राम लोटी सरैयां, अयोध्या, उत्तर प्रदेश)
- रंजीत (ग्राम लोटी सरैयां, अयोध्या, उत्तर प्रदेश)
- अज्ञात (शिनाख्त जारी)
- अज्ञात (शिनाख्त जारी)
घायल:
- धनीराम (अजीजपुर, हरदोई, उत्तर प्रदेश)
- मोहम्मद साकिब (ग्राम हसनपुर, सीतामढ़ी, बिहार)
देहरादून में हुए इस दर्दनाक हादसे ने तेज रफ्तार वाहनों की वजह से होने वाले हादसों पर प्रशासन की सख्ती की जरूरत को उजागर किया है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता था?
इस हादसे के बाद यह मांग उठ रही है कि राजपुर रोड और अन्य व्यस्त सड़कों पर स्पीड लिमिट लागू की जाए और पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।