नंदा देवी राजजात यात्रा 2026 की तैयारियों पर सीएम की सख्ती, सभी विभागों को कार्ययोजना सौंपने के निर्देश
देहरादून | 11 जुलाई 2025
वर्ष 2026 में आयोजित होने वाली मां नंदा देवी राजजात यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार ने अभी से तैयारियां तेज कर दी हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस ऐतिहासिक और दिव्य यात्रा की तैयारियों को लेकर एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में सभी संबंधित विभागों को समयबद्ध, समन्वित और व्यापक कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य और सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता है, और सभी कार्य 2025 के अंत तक जमीनी स्तर पर पूर्ण कर लिए जाने चाहिए।
यात्रा मार्गों की मरम्मत और संरचना पर विशेष जोर
सीएम ने निर्देश दिए कि यात्रा मार्गों की मरम्मत शीघ्र शुरू की जाए और जहां आवश्यक हो वहां सुरक्षा रेलिंग स्थापित की जाए। खासकर दुर्गम और खतरनाक पहाड़ी रास्तों पर मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जाए जिससे यात्रा सुगम और सुरक्षित हो सके।
स्वास्थ्य सेवाओं की होगी मुकम्मल व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने सभी प्रमुख पड़ावों पर प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, एंबुलेंस, और टेलीमेडिसिन सेवाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता यात्रा के हर चरण में निर्बाध होनी चाहिए, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तीर्थयात्रियों को तत्काल राहत मिल सके।
स्थानीय संस्कृति और जनसहभागिता को मिलेगा बढ़ावा
सरकार ने इस बार यात्रा को स्थानीय जनजीवन से जोड़ने की पहल करते हुए ग्राम पंचायतों, स्थानीय लोक कलाकारों और स्वयंसेवी संस्थाओं को भी यात्रा का हिस्सा बनाने का निर्णय लिया है।
यात्रा के दौरान पारंपरिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को मंच मिलेगा, जिससे जहां एक ओर स्थानीय परंपराएं संरक्षित होंगी, वहीं दूसरी ओर यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को समृद्ध सांस्कृतिक अनुभव भी प्राप्त होगा।
समन्वय और प्रतिबद्धता पर जोर
मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने की सलाह दी और कहा कि कोई भी विभाग अकेले नहीं, बल्कि एक समर्पित प्रणाली के तहत कार्य करे। उन्होंने जोर देकर कहा,
“राजजात केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि उत्तराखंड की आत्मा से जुड़ी सांस्कृतिक पहचान है। इसका आयोजन पूरी गरिमा, सुरक्षा और भव्यता के साथ हो — यही हमारी जिम्मेदारी है।“
क्या है नंदा देवी राजजात यात्रा?
मां नंदा देवी राजजात यात्रा उत्तराखंड की सबसे प्राचीन और पवित्र धार्मिक यात्राओं में से एक है। यह यात्रा हर 12 साल में एक बार होती है और चमोली जिले के नंदकेसरी से शुरू होकर होमकुंड तक जाती है। करीब 280 किलोमीटर की यह पदयात्रा कठिनाई भरी होने के बावजूद हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है।
राज्य सरकार का लक्ष्य है कि 2026 की यह यात्रा श्रद्धालुओं के लिए न केवल एक धार्मिक अनुभव बने, बल्कि सुरक्षा और सुविधा की दृष्टि से भी अविस्मरणीय रहे।