चमोली में कुदरत का कहर: बादल फटने से कई मकान जमींदोज, 7 लोग लापता

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उत्तराखंड में मानसून इस बार तबाही का दूसरा नाम बन चुका है। राजधानी देहरादून के बाद अब चमोली में बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है। देर रात आई इस आपदा ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया।

कुंतरी और धुर्मा गांव बने तबाही का केंद्र

चमोली जनपद के नंदानगर तहसील क्षेत्र में मंगलवार देर शाम अचानक बादल फटने से कुंतरी और धुर्मा गांव में भारी मलबा घुस आया।

  • कुंतरी वार्ड में 6 मकान पूरी तरह ढह गए।

  • शुरुआती जानकारी में 5 लोग लापता बताए गए, जबकि दो लोगों को जीवित निकाल लिया गया।

  • कई अन्य ग्रामीण अब भी मलबे में फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।

  • धुर्मा गांव में भी 4–5 मकानों को नुकसान हुआ, हालांकि यहां जनहानि की खबर नहीं मिली है।

भारी बारिश के चलते मोक्ष नदी का जलस्तर अचानक खतरनाक स्तर तक बढ़ गया, जिससे आसपास के ग्रामीणों में दहशत फैल गई।

राहत-बचाव कार्य जारी, पर चुनौतियां बड़ी

आपदा की खबर मिलते ही जिला प्रशासन सक्रिय हो गया।

  • एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच चुकी है।

  • गोचर से एनडीआरएफ को भी नंदप्रयाग के लिए रवाना कर दिया गया है।

  • सीएमओ की देखरेख में मेडिकल टीम और तीन 108 एम्बुलेंस घटनास्थल पर भेजी गई हैं।

  • जेसीबी मशीनें मलबा हटाने के लिए लगाई गई हैं।

हालांकि, देर रात आई आपदा और लगातार हो रही बारिश राहत-बचाव कार्य में बड़ी बाधा बन रही है। अंधेरे और खराब मौसम की वजह से टीमों को बेहद मुश्किल का सामना करना पड़ा।

जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने कहा कि नुकसान का आकलन जारी है। प्राथमिकता लापता लोगों की तलाश और सुरक्षित लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाना है।

सुबह सामने आया दर्दनाक मंजर

गुरुवार सुबह जब बारिश कुछ थमी तो लोगों की आंखों के सामने तबाही का मंजर साफ हुआ।

  • नदी किनारे बने मकान पूरी तरह तबाह हो चुके थे।

  • मलबे के ढेर में दबे घरों की जगह अब सिर्फ पत्थर और कीचड़ नजर आ रहे हैं।

  • ग्रामीणों की आंखों में बेबसी और डर साफ झलक रहा था।

स्थानीय लोगों का कहना है कि अचानक तेज गर्जना और मलबे के बहाव ने सबको दहला दिया। कई परिवारों ने रातभर ऊंचाई पर शरण ली और सुबह तक खुले आसमान के नीचे बैठे रहे।

मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट

आपदा का यह मंजर अभी खत्म नहीं हुआ है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे को बेहद संवेदनशील बताया है।

  • देहरादून और हरिद्वार में अगले तीन घंटे के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।

  • पौड़ी और टिहरी गढ़वाल में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट प्रभावी है।

विशेषज्ञों का मानना है कि भूगर्भीय रूप से संवेदनशील इलाकों में लगातार हो रही बारिश और निर्माण गतिविधियां आपदा का खतरा और बढ़ा सकती हैं।

  1. “चमोली आपदा: बादल फटने से 6 मकान ढहे, 7 लोग लापता, बचाव कार्य जारी”

  2. “देहरादून के बाद अब चमोली पर कुदरत का कहर, बादल फटने से भारी तबाही”

  3. “मोक्ष नदी उफान पर, कुंतरी-धुर्मा गांव तबाह: SDRF-NDRF ने संभाला मोर्चा”

  4. “रातभर चला मलबे का सैलाब, सुबह उजड़े घरों का दर्दनाक मंजर”


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