देहरादून में दीपावली पर बढ़ा वायु प्रदूषण, ड्रोन से पानी छिड़काव कर नियंत्रित करने में जुटा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
देहरादून। दीपावली के अवसर पर आतिशबाजी ने उत्तराखंड के मैदानी शहरों में वायु गुणवत्ता को प्रभावित किया। देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, काशीपुर और रुद्रपुर जैसे शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ड्रोन के जरिए पानी का छिड़काव कराया और जागरूकता अभियान चलाकर प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने का प्रयास किया।
देहरादून में AQI पहुंचा 204
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार, दीपावली से एक दिन पहले यानी 19 अक्टूबर को देहरादून का औसत AQI 162 था, जो दीपावली के दिन 20 अक्टूबर को बढ़कर 204 पहुंच गया।
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घंटाघर क्षेत्र: 162 से बढ़कर 254
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नेहरू कॉलोनी: 120 से बढ़कर 230
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दून यूनिवर्सिटी क्षेत्र: 64 से बढ़कर 128
अन्य शहरों में भी बढ़ा प्रदूषण
दीपावली की रात पटाखों के धुएं और धूलकणों के कारण मैदानी शहरों की हवा जहरीली हो गई।
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ऋषिकेश (नगर निगम क्षेत्र): 122 से बढ़कर 135
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हरिद्वार (ऋषिकुल क्षेत्र): 133 से बढ़कर 190
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काशीपुर (सरकारी अस्पताल क्षेत्र): 124 से बढ़कर 265
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रुद्रपुर: 118 से बढ़कर 243
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हल्द्वानी: 120 से बढ़कर 194
काशीपुर और रुद्रपुर में AQI गंभीर स्तर के निकट दर्ज किया गया, जबकि देहरादून और हल्द्वानी में हवा “Poor” श्रेणी में पहुंच गई।
पर्वतीय क्षेत्रों में राहत
उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के सदस्य सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते ने कहा कि पहाड़ी इलाकों में AQI 50 से 100 के बीच रहा, जो सामान्य माना जाता है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों की तुलना में इस बार प्रदूषण के स्तर में कुछ सुधार हुआ है, जिसका श्रेय लोगों की जागरूकता और प्रशासनिक प्रयासों को जाता है।
प्रदूषण नियंत्रण के प्रयास
दीपावली के बाद स्थिति बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, नगर निगम और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीमों ने कार्रवाई शुरू की।
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ड्रोन से सड़कों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में पानी का छिड़काव
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धूल नियंत्रण के लिए नगर निगम की वॉटर टैंकर तैनाती
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लोगों को पटाखों के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक करने के अभियान
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ट्रैफिक पुलिस द्वारा यातायात सुचारू रखने के प्रयास
डॉ. धकाते ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों तक प्रदूषण नियंत्रण की इस कार्यवाही को जारी रखा जाएगा ताकि AQI स्तर सामान्य किया जा सके।