तमाम कयासबाजी और अटकलों पर विराम लगाते हुए पार्टी ने बीजेपी सांसद तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुनाव किया है।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री से इस्तीफ़ा दे दिया था, इसके बाद से बीजेपी में कई नामों को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी मगर पार्टी ने सबको चौकाते हुए अंतिम मोहर तीरथ सिंह रावत के नाम पर लगायी। बता दें की 56 वर्षीय तीरथ सिंह रावत इससे पहले उत्तराखंड बीजेपी के प्रमुख भी रह चुके हैं वर्तमान में तीरथ सिंह रावत पौड़ी गढ़वाल से लोकसभा सांसद हैं। आज देहरादून में बीजेपी विधायक दल की बैठक में यह फ़ैसला लिया गया है।
बुधवार सुबह से ही पार्टी मुख्यालय में विधायकों का आना शुरू हो गया था करीब बीजेपी के 50 से ज़्यादा विधायक देहरादून स्थित पार्टी मुख्यालय पहुँचे गए थे। इस बैठक में प्रदेश के सभी लोकसभा सांसद भी शामिल थे जिनमे शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, माला राज्य लक्ष्मी, अजय भट्ट और नरेश बंसल मौजूद थे। मंगलवार शाम को त्रिवेंद्र के इस्तीफे के बाद चार नामों की अटकलें तेज हो गई थीं। लेकिन आखिरकार, मुख्यमंत्री की दौड़ में तीरथ ने बाजी मारी ली। पार्टी पर्यवेक्षकों रमन सिंह, दुष्यंत गौतम और रेखा वर्मा की मौजूदगी में तीरथ सिंह रावत के नाम पर अंतिम मुहर लगी। एक दौर में तीरथ सिंह रावत को पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी का सबसे करीबी माना जाता था। उन्हें खंडूरी का राजनीतिक शिष्य भी कहा जाता था, लेकिन इसके बावजूद तीरथ पार्टी में गुटबाज़ी से दूर रहे। तीरथ को बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी का करीबी भी माना जाता रहा है।
अब देखने वाली बात होगी की पार्टी का यह दावं 2022 में होने वाले चुनाव में क्या गुल (कमल )खिलाता है ?