उत्तराखण्ड में तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद नये मुख्यमंत्री की तलाश शुरु हो गई। प्रदेश का नया मुख्यमंत्री कौंन होगा..? उसकी तस्वीर शनिवार को भाजपा विधायक दल की बैठक में साफ होगी। सियासी समीकरणों की बात की जाए तो विधायकों में से ही किसी को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। सियासी गलियारों में मुख्यमंत्री पद के लिए कई नाम उछल कर सामने आ रहे हैं, इनमें सबसे प्रबल दावेदार के रूप में सतपाल महाराज का नाम सामने आ रहा। माना जा रहा है कि जातीय और क्षेत्रीय समीकरण के हिसाब से महाराज राज्य के नए मुख्यमंत्री बन सकते हैं। एक समय में कांग्रेस के दिग्गज चेहरों में शुमार रहे सतपाल महाराज ने मार्च 2014 में पार्टी छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने तत्कालीन विधायक तीरथ रावत का टिकट काटकर महाराज को मैदान में उतारा था, विधायक निर्वाचित होने के बाद वह तिवेन्द्र रावत व तीरथ सिंह रावत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे।
सतपाल महाराज के अतिरिक्त कुमाऊं मण्डल से भी मुख्यमंत्री बनाए जाने की स्थिति में अजय भट्ट, पुष्कर सिंह धामी के नाम भी सामने आ रहे हैं। वहीं अन्य दावेदारों में बंशीधर भगत, बिशन सिंह चुफाल, धन सिंह रावत के नाम की भी चर्चाएं हैं। बहरहाल राजनीतिक गलियारों में सीएम पद के लिए कई नेताओं के नाम गूंज रहे हैं, अगला सीएम कौंन होगा यह तो भाजपा विधायक दल की बैठक में ही तय हो पाएगा। भाजपा ने शनिवार दोपहर 3 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की अध्यक्षता में यह बैठक बलबीर रोड़ स्थित पार्टी कार्यालय में होगी। पार्टी ने सभी विधायकों को दून पहुंचने के निर्देश दिए हैं।