मुम्बई से दुखद खबर है कि अपनी सुरीली आवाज से देश-दुनिया पर दशकों तक राज करने वाली स्वर-कोकिला लता मंगेशकर का निधन हो गया। ‘भारत रत्न’ से सम्मानित वेटरन गायिका ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 92 वर्ष की थीं। ‘भारत की नाइटिंगेल’ के नाम से दुनियाभर में मशहूर लता मंगेशकर ने करीब पांच दशक तक हिंदी सिनेमा में फीमेल प्लेबैक सिंगिंग में एकछत्र राज किया। भारतीय सिनेमा की बेहतरीन गायिकाओं में शुमार लता मंगेशकर ने 1942 में महज 13 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने कई भारतीय भाषाओं में अब तक 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। लता को भारत की ‘सुर साम्राज्ञी’ के नाम से जाना जाता है। उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है। इसके अलावा उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
उनका जन्म 28 सितंबर 1929 में मध्यप्रदेश के इंदौर में हुआ था। लता मंगेशकर का बचपन का नाम हेमा था, 5 साल की उम्र में परिवार ने नाम बदलकर लता रख दिया था,उन्होंने 5 साल की उम्र में संगीत सीखा। पहला गाना मराठी फिल्म, कीती हासिल के लिए रिकॉर्ड किया। लता मंगेशकर रिकॉर्डिंग से पहले हमेशा चप्पल उतार देती थी, नंगे पांव गाती थी।लता मंगेशकर कभी स्कूल नही गयी, लेकिन उन्हें 6 यूनिवर्सिटी ने डॉक्टरेट की उपाधि दी थी।