उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लगे आरोपों पर अब संगठन एक्शन मूड में आ गया है। विधानसभा चुनाव में विभिन्न सीटों पर भितरघात करने वालों पर भाजपा अब शिकंजा कसने जा रही है। भितरघात के आरोपों की रिपोर्ट अनुशासन समिति के पास पहुंच गई है। समिति अब 10 दिन में समीक्षा में उल्लिखित बिंदुओं का अध्ययन कर रिपोर्ट देगी। फिर इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव में इस बार 70 में 47 सीटें जीतकर इतिहास रचा है। इतनी बड़ी जीत के बावज़ूद उसका यह प्रदर्शन पिछली बार के मुकाबले 10 सीट कम रहा है। इस चुनाव में उसे 23 सीटों पर हार झेलनी पड़ी। कुछ सीटों पर भितरघात की शिकायतें भी आईं थी।
गौरतलब है कि मतदान के तुरंत बाद लक्सर सीट से प्रत्याशी संजय गुप्ता ने चुनाव में भितरघात का आरोप लगाया। इसके बाद यमुनोत्री सीट से प्रत्याशी केदार सिंह रावत ने भी ऐसी शिकायत की। इन दोनों सीटें भाजपा हार गई थी। इसके अलावा चम्पावत, डीडीहाट व काशीपुर में भी ऐसी शिकायत रही, हालांकि भाजपा ये सीटें जीतने में सफल रही है।
भितरघात की शिकायतों और 23 सीटों पर हार के बाद पार्टी ने समीक्षा का निर्णय लिया। इसके लिए पार्टी के 13 पदाधिकारियों को संबंधित क्षेत्रों में भेजा गया। पार्टी पदाधिकारियों की टीम ने विधानसभा में दौरे कर तैयार की गई रिपोर्ट को अनुशासन समिति के समक्ष रखा गया।