मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरांचल पंजाबी महासभा द्वारा खटीमा में आयोजित बैसाखी मेले का दीप जलाकर शुभारंभ किया शुभारंभ। इस दौरान पंजाबी महासभा ने सीएम धामी को पगड़ी पहनाकर व प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री धामी ने सभी को बैसाखी पर्व की बधाई देते हुए कहा कि यह त्योहार सभी के जीवन में नव-तरंग, उमंग और नव–सृजन लेकर आए। उन्होंने कहा बैसाखी के दिन ही गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी इसीलिए इसका विशेष महत्व है। यह पर्व हम सभी के अंदर प्रेम और भाईचारे की भावना को मजबूती प्रदान करता है और जैसी अनुभूति उन्हें नानकमत्ता साहिब में कार सेवा के समय होती है, वैसी ही अनुभूति आज बैसाखी मेले में आप सबके बीच उपस्थित होकर हो रही है। उन्होंने कहा कि सभी लोगों विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं के द्वारा जो सम्मान दिया गया है, यह सम्मान मेरे लिए महज सम्मान नहीं, हमारी महान संस्कृति के तेज, त्याग और तपस्या का प्रसाद है, यह सम्मान मेरा नहीं बल्कि प्रदेश की समस्त जनता का सम्मान है। उन्होंने कहा कि इस सम्मान को, इस गौरव को गुरु नानक देव जी के चरणों में समर्पित करता हूँ।
आपको बता दें बैसाखी की पूर्व संध्या पर सीएम धामी ने नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा पहुंचकर मत्था टेका एवं प्रदेश की सुख-शांति व समृद्धि हेतु कामना भी की। सीएम धामी ने कहा कि इस प्रकार के मेले हमारी लोक संस्कृति और लोक परंपराओं को बढ़ावा देने का काम करते हैं। मेले हमारी सांस्कृतिक विरासत के महत्वपूर्ण अंग हैं, ये हमारे जीवन में इन्द्रधनुषीय रंग लाते हैं और खुशियां देते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए सरकार विकल्प रहित संकल्प के आधार पर कार्य करते हुए आगे बढ़ रही है। सिख धर्म के पवित्र तीर्थ श्री हेमकुंड साहिब जी के दर्शन को सुगम बनाने हेतु रोपवे का शिलान्यास किया जा चुका है। हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास,सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूल मन्त्र को लेकर प्रदेश के सर्वांगीण विकास हेतु निरंतर कार्य कर रही है।