बीजेपी ने लगातार पाँचवी बार बागेश्वर सीट जीती है। इस सीट से लड़ रहे उमीदवारों में से तीन की जमानत जब्त हो गई है। बागेश्वर उपचुनाव के नतीजे कई मायनों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए खास साबित होंगे। इसका एक संदेश तो सीधा सीधा यह जाता है की जनता ने मुख्यमंत्री के कामों पर मोहर लगाई है वहीं इस चुनाव के नतीजे 2024 के लोकसभा चुनाव मे भी बूस्टर डोज़ का काम करेंगे।
बता दें कि बीजेपी की बागेश्वर में यह लगातार पांचवीं जीत है और ऐसे में भाजपा का एंटी इनकम्बेंसी यानी सत्ता विरोधी लहर से खुद को बचाए रखकर जीत हासिल करना कई मायनों में ख़ास बन जाता है। भले ही भाजपा की इस जीत को राजनीतिक पंडित भाजपा दिवंगत विधायक चंदन राम दास के विकास कार्यों को आगे बढ़ाने और श्रद्धांजलि के रूप में देख रहे हों। मगर जानकार यह भी बताते हैं कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में मिली यह जीत पार्टी में स्फूर्ति और जोश भरने का काम करेगी जिससे 2024 मे होने वाले लोकसभा चुनाव पर इसका गहरा असर पड़ेगा।
महज चुनाव से दो दिन पहले मुख्यमंत्री धामी के अगुवाई मे हुए धुँवाधार प्रचार ने चुनावी तस्वीर को पूरी तरह बदल दिया था। यह जीत यह भी बताती है की मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व पर आम जनमानस को पूर्ण भरोसा है, और जिस तरह मुख्यमंत्री जनता के बीच जाकर उनके सुख दुख में उनके मन की थाह लेते दिखाई देते हैं इन चीजों ने उन्हें जनता में लोकप्रिय भी बनाया है। इसके साथ ही इस जीत के बाद धामी सरकार द्वारा चलाई जा रही विकासपरक योजनाओं पर भी जनता ने मोहर लगाई है।