उत्तराखंड के जंगलों में आग ने विकराल रूप लिया है, अल्मोड़ा के जंगलों में लगी को नियंत्रित किए जाने को लेकर अब भारतीय वायु सेना की मदद ली जा रही है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वन विभाग के अधिकारियों पर सख्त एक्शन लिया है। कुमाऊं के तीन अधिकारियों पर गाज गिरी है। चीफ कंजरवेटर नार्थ और डीएफओ अल्मोड़ा को निलंबित कर दिया है। वहीं, सीसीएफ कुमाऊं को अटैच किया है। सीएम धामी के निर्देश के बाद अब विभाग इनपर कार्रवाई करने जा रहा है।
उत्तराखंड के जंगलों में एक बार फिर से आग का तांडव दिखने लगा है। अल्मोड़ा के जंगलों में लगी को नियंत्रित किए जाने को लेकर अब भारतीय वायु सेवा की मदद ली जा रही है। एयरफोर्स के एमआई 17 हेलीकॉप्टर जंगलों में आग बुझाने के काम में जुट गए हैं। वायुसेना का एमआई 17 हेलीकॉप्टर नैनीताल जिले की भीमताल झील से पानी भरकर उड़ान भर रहा है। इसके बाद एमआई 17 हेलीकॉप्टर अल्मोड़ा जिले की सीमा में प्रवेश करके वहां वनाग्नि को बुझा रहा है। नैनीताल जिले में अनेक बड़ी झीलें हैं। गौर हो कि पिछले दिनों जब नैनीताल के जंगलों में आग लगी थी तो तब भी हेलीकॉप्टर ने पानी डालकर आग को बुझाया था वहीं पौड़ी जिले में वनाग्नि बुझाने के लिए भी एमआई 17 हेलीकॉप्टर की सेवा ली गई थी।
अल्मोड़ा के बिन्सर वन्यजीव विहार में वनाग्नि हादसे को सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया और आग की चपेट में आकर चार वनकर्मियों की माैत के मामले में सीएम धामी ने सख्त रुख अपनाया है। कुमाऊं के तीन अधिकारियों पर गाज गिरी है। चीफ कंजरवेटर नार्थ और डीएफओ अल्मोड़ा को निलंबित कर दिया है। वहीं, सीसीएफ कुमाऊं को अटैच किया है। मुख्यमंत्री ने सचिवालय में मीडिया से बातचीत में कहा कि ये सीधी चेतावनी है की किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। घटना मे दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। पूर्व मे भी अधिकारियों को धरातल पर जाकर हालात का जायजा लेने के निर्देश दिए गए हैं की कोई लापरवाही न बरती जाए। ये सख्त कार्रवाई भविष्य मे ऐसी घटनाओं पर लापरवाही के लिए एक नजीर भी बनेगी।
बता दें कि उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में कल 13 जून गुरुवार को बिनसर वन्यजीव अभयारण्य के जंगलों में आग लग गई थी। इसी वनाग्नि को बुझाने के दौरान 8 वनकर्मी जंगल की आग की चपेट में आ गए थे, जिसमें से चार लोगों की तो मौके पर ही जलकर मौत हो गई थी। वहीं चार अन्य गंभीर रूप से झुलस गए थे। इस अग्निकांड में घायल हुए चारों वनकर्मियों को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां दो की गंभीर हालत को देखते हुए आज 14 जून को एयर एंबुलेंस से एम्स दिल्ली रेफर किया गया। वहीं, इस अग्निकांड में मारे गए चारों वनकर्मियों के परिजनों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तरफ दस-दस लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की गई है।