घनसाली-तिलवाड़ा मोटर मार्ग पर बैली ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। लोड टेस्टिंग सफल रहने के बाद पुल से वाहनों का आवागमन शुरू कर दिया गया है। तीन दिन के अंतर्गत लोनिवि के इंजीनियरों को बैली ब्रिज तैयार करने में कामयाबी मिली है। पुल बनने से स्थानीय लोगों के साथ ही चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को सुविधा मिलेगी।
मुयाल गांव के समीप मोटर पुल बह जाने से लोगों को आवागमन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। हालांकि वैकल्पिक रिंग रोड मार्ग से वाहनों का संचालन हो रहा था। जिसके लिए लोगों को लगभग 40 से 50 किमी की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही थी। लोनिवि के ईई दिनेश चंद्र नौटियाल ने बताया कि रविवार शाम को मुयाल गांव के समीप बने 25 मीटर स्पान के बैली ब्रिज का लोड टेस्टिंग सफल रहा। महज तीन दिन के भीतर विभाग के इंजीनियरों ने यह सफलता पाई है। पुल से छोटे-बड़े वाहन आसानी से आवागमन कर सकते है।
डीएम मयूर दीक्षित ने 72 घंटे में बैली ब्रिज तैयार करने के लिए इंजीनियरों की टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि आपदा पुनर्निर्माण कार्यों को तेजी से पूरा किया जा रहा है। वहीँ विधायक शक्ति लाल शाह ने भी अधिकारियों की इस कामयाबी पर उन्हें बधाई दी है। उन्होंने कहा कि घनसाली-तिलवाड़ा मार्ग पर यातायात सुचारू होने से लोगों को आवागमन में अब किसी तरह की परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी।
बता दें कि भिलंगना ब्लॉक के ग्राम पंचायत जखन्याली के नौताड़ तोक में 31 जुलाई रात को बादल फटने से भारी तबाही मची थी। घनसाली-तिलवाड़ा मोटर मार्ग पर मुयालगांव के समीप बना मोटर पुल भी इस आपदा की भेंट चढ़ गया था और आवागमन बंद हो गया था।