उत्तराखंड कांग्रेस में बड़ा बदलाव: गणेश गोदियाल फिर बने प्रदेश अध्यक्ष, करन माहरा की छुट्टी
देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस में संगठनात्मक स्तर पर बड़ा फेरबदल किया गया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने बुधवार को नया आदेश जारी करते हुए गणेश गोदियाल को उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। वह करन माहरा की जगह संभालेंगे।

कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल की ओर से जारी नियुक्ति पत्र के अनुसार, चकराता से विधायक एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को कांग्रेस कैंपेन कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है, जबकि पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत को इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
वहीं, निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को कांग्रेस कार्यसमिति में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।
गणेश गोदियाल का राजनीतिक सफर
गणेश गोदियाल का राजनीतिक अनुभव लंबा और विविध रहा है। वह इससे पहले भी उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।
उन्होंने 2002 में थलीसैंण विधानसभा सीट से अपना पहला चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इस चुनाव में उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ को मात दी थी।
हालांकि 2007 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 2012 के परिसीमन के बाद थलीसैंण सीट श्रीनगर विधानसभा में शामिल हुई और गणेश गोदियाल ने श्रीनगर से चुनाव लड़कर भाजपा नेता धन सिंह रावत को हराया।
इस जीत के बाद कांग्रेस में उनकी सक्रियता और प्रभाव दोनों बढ़े। वह कभी सतपाल महाराज के करीबी माने जाते थे, लेकिन सतपाल महाराज के भाजपा में जाने के बाद गोदियाल को कांग्रेस में अपने दम पर राजनीतिक पहचान मजबूत करनी पड़ी।
2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने श्रीनगर सीट से मुकाबला किया, मगर दोनों बार धन सिंह रावत से पराजित हुए।
2021 में कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी, जो उन्होंने अप्रैल 2022 तक निभाई।
इसके बाद 2024 लोकसभा चुनाव में उन्होंने गढ़वाल सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, लेकिन भाजपा नेता अनिल बलूनी से हार गए।
गणेश गोदियाल पौड़ी गढ़वाल जिले के कंडारस्यूं क्षेत्र के भहेड़ी गांव के मूल निवासी हैं और प्रदेश राजनीति में साफ-सुथरी छवि के लिए जाने जाते हैं।
फिर मिली जिम्मेदारी
हाईकमान ने एक बार फिर गणेश गोदियाल पर भरोसा जताया है। कांग्रेस ने उम्मीद जताई है कि उनके नेतृत्व में संगठन को नया उत्साह मिलेगा और आगामी चुनावों में पार्टी को मजबूती मिलेगी।
