उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा इस वर्ष 30 अप्रैल से शुरू होगी। धार्मिक परंपरा के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ यात्रा का शुभारंभ होगा। इसी क्रम में, टिहरी जिले के नरेंद्र नगर स्थित राजमहल में वसंत पंचमी के अवसर पर बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित की गई।
बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि—
बद्रीनाथ धाम के कपाट इस वर्ष 4 मई को प्रातः 6 बजे श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोल दिए जाएंगे। इस तिथि की घोषणा टिहरी राजपरिवार, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति, डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के सदस्य तथा धर्माचार्यों की उपस्थिति में की गई।
गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा की तिथि—
भगवान बदरी-विशाल के अभिषेक और अखंड ज्योति के लिए आवश्यक पवित्र तेल की तैयारी हेतु 22 अप्रैल को तिलों का तेल पिरोया जाएगा। यह प्रक्रिया सुहागन महिलाओं द्वारा पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न की जाएगी। इसी दिन गाडू घड़ा (पवित्र तेल कलश) यात्रा की शुरुआत होगी।
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि—
महाशिवरात्रि के अवसर पर, 26 फरवरी को ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में पंचांग गणना के पश्चात केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित की जाएगी।
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट—
परंपरा के अनुसार, गंगोत्री मंदिर समिति हिंदू नववर्ष पर गंगोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित करेगी…..
जबकि यमुनोत्री मंदिर समिति यमुना जयंती पर यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने और देव डोलियों के धाम पहुंचने की जानकारी देगी।
द्वितीय और तृतीय केदार के कपाट—
द्वितीय केदार मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट खुलने की तिथि वैशाखी के शुभ अवसर पर घोषित की जाएगी।
चारधाम यात्रा की तैयारियां शुरू—
चारधाम यात्रा 2025 की तिथियां घोषित होते ही यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं। प्रशासन और मंदिर समितियां श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुगम यात्रा के लिए आवश्यक प्रबंध कर रही हैं।
गौरतलब है कि बद्रीनाथ धाम के कपाट प्रत्येक वर्ष वसंत पंचमी के अवसर पर तय किए जाते हैं, जबकि कपाट बंद होने की तिथि विजयादशमी पर्व पर घोषित की जाती है। पिछले वर्ष 17 नवंबर 2024 को बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए गए थे, जिसमें अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे थे।