हमने अक्सर सुना है कि भारत की आत्मा गांव में बस्ती है, और यह निश्चित रूप से सच भी है ऐसे में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धरातल से जुड़े कार्यों पर फोकस कर प्राय प्रदेश के लोगों को प्रेरणा देते रहें हैं। वह अक्सर ग्रामीण परिवेश में रात्रि विश्राम कर सुबह मॉर्निंग पर निकल कर स्थानीय लोगों से उनकी समस्याओं पर बात करते दिखाई देते रहे है या फिर कृषि बागवानी आदि कार्यों पर प्रतिभाग करते दिखाई देते हैं।ऐसी ही एक बानगी तब दिखाई दी जब वह दो दिवसीय उत्तरकाशी दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सीमांत विकासखंड भटवाड़ी के ग्राम सिरोर, नेताला में प्रातः काल भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने ग्राम वासियों से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। उन्होंने भागीरथी नदी से हो रहे कटाव के बारे में भी ग्राम वासियों से जानकारी ली।मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थानीय लोगों से सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में फीडबैक लिया। उन्होंने ग्राम सिरोर के खेतों में पावर वीडर से जुताई की। मुख्यमंत्री ने गांव क्षेत्र में मंडुवे की खेती को बढ़ावा देने के मकसद से ग्राम सिरोर में ’लाइन शोइंग’ विधि से मंडुआ की बोआई की एवं महिलाओ को मंडुए के बीज वितरित किए।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने विभिन्न कृषि उपकरणों के बारे में जानकारी लेते हुए आधुनिक उपकरणों को किसानों को ज्यादा से ज्यादा वितरित किए जाने की बात कही। उन्होंने खेतो में जीवामृत खाद, बीजामृत खाद का भी छिड़काऊ किया। साथ ही जीवामृत खाद, बीजामृत खाद के इस्तमाल को खेतो में ज्यादा से ज्यादा बड़ाए जाने की बात कही।मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर गांव में फलदार पौधों का रोपण भी किया। उन्होंने कहा कि बंजर भूमि में हम अधिक से अधिक फलदार पौधे लगाने चहिए। उन्होंने कहा प्रातः काल भ्रमण के दौरान ग्राम वासियों से मिलकर सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों का फीडबैक मिलता है। उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाए जाने का सपना गांव को आदर्श एवं सर्वश्रेष्ठ बनाने से ही पूरा होगा।