देहरादून, 5 जनवरी।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने अलग अंदाज और सक्रियता के लिए जाने जाते हैं। रविवार को उन्होंने अपने परिवार के साथ देहरादून-मसूरी के बीच स्थित शहंशाही आश्रम से ओल्ड राजपुर रोड होते हुए झड़ीपानी तक ट्रैकिंग की। इस दौरान उन्होंने न केवल ट्रैक का निरीक्षण किया, बल्कि पर्यटकों और स्थानीय लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याओं और सुझावों को भी गंभीरता से सुना।
मुख्यमंत्री के साथ उनकी पत्नी गीता धामी और बच्चे भी मौजूद थे। ट्रैकिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने खूबसूरत वादियों का आनंद लेते हुए रास्ते में चाय की चुस्की ली और ट्रैकर्स से उनके अनुभव साझा किए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस ट्रैक को देश-विदेश के पर्यटकों के लिए और अधिक सुविधाजनक बनाया जाए।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा—
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह ट्रैक न केवल साहसिक गतिविधियों के लिए उपयुक्त है, बल्कि पर्यटकों को प्रकृति की अद्भुत सुंदरता, शुद्ध हवा और शांत वातावरण का अनुभव भी कराता है। उन्होंने निर्देश दिया कि ट्रैक के नैचुरल लुक को बरकरार रखते हुए बैठने, खाने-पीने, और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं को विकसित किया जाए। साथ ही, रूट मार्गदर्शन के लिए आकर्षक साइनेज, रेलिंग और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
सीनियर सिटीजन और ट्रैकर्स से चर्चा—
अवलोकन के दौरान मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ नागरिकों और ट्रैकर्स से बातचीत कर उनकी राय भी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके फीडबैक के आधार पर ट्रैक को और बेहतर बनाया जाए।
शीतकालीन पर्यटन की अपार संभावनाएं—
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की नैसर्गिक सुंदरता और शीतकालीन वातावरण राज्य को एक आदर्श पर्यटन स्थल बनाते हैं। बर्फ से ढकी पहाड़ियां, हरे-भरे जंगल, और शुद्ध वायु पर्यटकों को अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास कर रही है, ताकि पर्यटक ग्रीष्मकाल के साथ-साथ शीतकालीन ट्रैकिंग का भी आनंद ले सकें।
उत्तराखंड बनेगा बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन—
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य को टूरिज्म हब बनाने की दिशा में लगातार कार्य हो रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले दिनों में उत्तराखंड देश और दुनिया का बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनेगा।
इस अवसर पर महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव पराग धकाते सहित कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री के इस कदम से न केवल ट्रैकिंग के प्रति जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि उत्तराखंड में पर्यटन को भी नई दिशा मिलेगी।