मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को टिहरी जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, बता दें कि घुत्तू में अतिवृष्टि/बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। कई मकान और मवेशी आपदा की जद में आए हैं। मुख्यमंत्री जिला प्रशासन को आपदा प्रभावितों को तत्काल सहायता देने, आपदा संभावित क्षेत्रों में आपदा क्षति का आकलन करने तथा आपदा से क्षतिग्रस्त पुनर्निर्माण के कार्यों को तत्काल करने के निर्देश दिए।
#WATCH | Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami is conducting an aerial survey of the damage caused by cloudburst and heavy rains in Ghutu, Panjya and Devling areas of Ghansali tehsil of Tehri Garhwal district of Uttarakhand. pic.twitter.com/ur10y5E5zz
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 22, 2024
सीएम पुष्कर सिंह धामी आज टिहरी जिले में आपदा प्रभावित क्षेत्र घूतु पहुंचे। इस दौरान सीएम धामी ने आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई और स्थलीय निरीक्षण किया और आपदा पीड़ितों की पीड़ा को सुना, और उन्होंने पीड़ित परिवार के बात और उन्हें हर संभव मदद लेने का भरोसा दिया। इस दौरान जब वह आपदा पीड़ित दुर्गा देवी से मिले तो वह भावुक हो गई। उन्होंने दुर्गा देवी पत्नी विशाल मणि से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। धामी ने कहा कि उन्होंने जिला प्रशासन से उन सभी गांवों का आकलन करने को कहा है, जहां ऐसी घटनाएं होने की आशंका है। आपदा से प्रभावित सभी लोगों को सहायता प्रदान करने का निर्देश दिए गए है। पुनर्वास कार्य तुरंत शुरू किया जाएगा।
टिहरी जनपद अंतर्गत घुत्तु-पंज्या-देवलिंग पहुंचकर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान प्रभावितों से मुलाकात कर हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
अधिकारियों को प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने एवं उनके खान-पान सहित रहने… pic.twitter.com/7DLQaiIZM9
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 22, 2024
गौर हो कि टिहरी के घुत्तू देवलिंग भिलंग से लगे कई इलाकों में मगंलवार रात को भारी बारिश हुई थी। जिससे यहां पर आपदा जैसे हालत बन गए थे। पहाड़ों से पानी के साथ आया मलबा गांव में घुस गया था। भूस्खलन की चपेट में कई मवेशी भी दब गए थे। जिलाधिकारी बताते हैं कि आपदा से मलेथी, चंदला, गवाणा मल्ला, गवाणा तल्ला, कैलबागी, देवलंग, जोगियाणा, गंगेरी, चक्रगांव, मलेथा, रानीढांग, पंजा, मेंडू सिंधवाल, सांकरी, लोम, समणगांव, मिसवाली, भाट्गांव, अंकवाण गांव, रैतगांव, भेलुन्ता आदि कई गांवों में काफी नुकसान हुआ है।