देहरादून/ मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में “मेरी योजना-राज्य सरकार” पुस्तक का विमोचन किया। इस पुस्तक को कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग द्वारा प्रकाशित किया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुस्तक राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और सेवाओं की जानकारी सरल और व्यावहारिक भाषा में उपलब्ध कराती है, जिससे प्रत्येक पात्र लाभार्थी इन योजनाओं का सुगमता से लाभ उठा सके।
पुस्तक का उद्देश्य और विशेषताएं—
मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल योजनाएं बनाना ही नहीं, बल्कि उनका धरातल पर प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करना भी सरकार का प्रमुख उद्देश्य है। इस पुस्तक के माध्यम से लाभार्थियों को योजनाओं की संपूर्ण जानकारी, आवेदन प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेजों और पात्रता की जानकारी प्रदान की जाएगी। इससे योजनाओं के लाभ को हर व्यक्ति तक पहुंचाने में सहायता मिलेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि यह पुस्तक राज्य सरकार की जनकल्याणकारी, रोजगारपरक, कौशल विकास और निवेश संबंधी योजनाओं की जानकारी को राज्य के हर व्यक्ति तक पहुंचाने का माध्यम बनेगी।
“विकल्प रहित संकल्प” के साथ विकास—
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार “विकल्प रहित संकल्प” के मूलमंत्र पर कार्य कर रही है और उत्तराखंड को विकास के हर मानक पर देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं की जानकारी को जनता तक पहुंचाना और उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता है।
कार्य संस्कृति में बदलाव का प्रयास—
सरकारी योजनाओं को धरातल तक पहुंचाने और कार्य संस्कृति में बदलाव लाने के लिए “सरलीकरण, समाधान और निस्तारण” पर जोर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” के मंत्र को ध्येय मानकर प्रदेश को आगे बढ़ाने का संकल्प व्यक्त किया।
उपस्थित गणमान्य—
कार्यक्रम में विधायक श्री प्रमोद नैनवाल, सचिव श्री दीपेन्द्र चौधरी, सचिव कार्यक्रम क्रियान्वयन श्री दीपक गैरोला, महानिदेशक यूकॉस्ट दुर्गेश पंत, श्री अजेन्द्र अजय (अध्यक्ष, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति), डॉ. देवेन्द्र भसीन (उच्च शिक्षा उन्नयन के उपाध्यक्ष), श्री विश्वास डाबर (अवस्थापना अनुश्रवण परिषद उपाध्यक्ष), और श्रीमती मधु भट्ट (उत्तराखंड संस्कृति कला परिषद उपाध्यक्ष) सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इस पुस्तक के माध्यम से राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे उत्तराखंड के विकास में हर नागरिक सक्रिय भूमिका निभा सके।