कांग्रेस को मिला नया सेनापति: करन माहरा ने ग्रहण किया पदभार, दिखाए कड़े तेवर

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उत्तराखंड कांग्रेस को आज अपना नया सेनापति मिल गया है। उत्तराखंड कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने आज रविवार को देहरादून में पदभार ग्रहण कर लिया है। इस दौरान प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव समेत यशपाल आर्य, हरीश रावत सहित पार्टी तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहे।

दोपहर करीब 12 बजे करन माहरा, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। जहां पर कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। जिसके बाद वे जौलीग्रांट एयरपोर्ट से देहरादून के लिए रवाना हुए। डोईवाला और भानियावाला में भी उनका स्वागत फूल मालाओं से किया गया। जहां से वह कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे।
प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत के लिए राजीव भवन स्थित कांग्रेस कार्यालय में भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान प्रदेशभर से कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम में शिरकत की।कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने रविवार को कांग्रेस भवन में पदभार ग्रहण किया। इससे पूर्व पार्टी के दिग्गज नेताओं ने करन माहरा का भव्य स्वागत किया। फूल माला पहनाकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी नए प्रदेश अध्यक्ष का गर्मजोशी से स्वागत किया।जहाँ पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह सहित 11 विधायकों की गैरहाजिरी रही। वहीं राजीव भवन में दोपहर एक बजे से शाम चार बजे तक चले समारोह में कई बार असहज करने वाले असहज क्षण आए।
कार्यभार ग्रहण समारोह में अव्यवस्थाओं की वजह से बार बार रंग में भंग होता रहा। करन माहरा, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य से मिलने और गुलदस्ते देने के लिए मंच पर उमड़ती भीड़ के कारण कई बार कार्यक्रम बाधित हुआ। एक बार तो नौबत यह आ गई कि मंच संचालन कर रहे पूर्व महामंत्री-संगठन विजय सारस्वत माइक छोड़कर भीड़ से भिड़ गए। माहरा ने बामुश्किल सारस्वत को संभाला। मंच पर लगी भीड़ को रोकने की कोशिश कर रहे सेवादल कार्यकर्ताओं के साथ महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला की भी नोंकझोक हुई। यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर को भी नाराज होकर मंच से नीचे उतरना पड़ा।
आज करन माहरा ने नए अध्यक्ष के रूप में कड़े तेवर भी दिखाए हैं। अपने भाषण में करन माहरा ने कहा कि गढ़वाल की उपेक्षा की बात आई है तो उसकी भरपाई की जाएगी। मैं खुद गढ़वाल के गांव गांव जाकर रहूंगा। जो भी लोग रूखा सूखा देंगे, उसे खा लूंगा। लेकिन संगठन की पहली बूथ कमेटियां गढ़वाल से ही बनाई जाएंगी। वहीं लगातार सोशल मीडिया में हो रही गुटबाजी पर भी माहरा ने कड़े तेवर दिखाए, उन्होंने कहा इसे इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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