जहाँ 2022 के विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बीच शुरू हुई बयानबाजी लगातार जारी है वहीं पार्टी के ही एक विधायक राज्य सरकार की एक मुहिम के समर्थन में उतर आये हैं जिसमे अवैध धर्मस्थलों को हटाए जाने की बात की गयी है। एक ओर जहाँ कांग्रेस सीएम धामी के बयान पर पलटवार कर रही थी वहीँ ऐसे वक्त में कांग्रेस के एक विधायक द्वारा धामी के इस फैसले को समर्थन देना कांग्रेस को असहज कर रहा है।
बता दें कि इस पूरे मामले पर काँग्रेस का सरकार पर आरोप है कि आगामी चुनाव को लेकर जनता को असली मुद्दों से भटकाने का काम किया जा रहा है। सियासी जानकारों का मानना है कि हिंदुत्व के मुद्दे को आगे बढ़ाते हुए भाजपा इसे लैंड जिहाद का नाम देकर भुनाना चाहती है। कांग्रेस नेता अब तक इस मुद्दे पर कन्नी काटते रहे हैं, ऐसे में अल्मोड़ा के द्वाराहाट से कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट ने लैंड जिहाद पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मुहिम का समर्थन कर अपनी पार्टी को असहज कर दिया है। मदन बिष्ट ने कहा की सड़क किनारे अवैध निर्माण यातायात में बाधा डालते हैं ,इस लिए इन पर कार्यवाही जायज है। कांग्रेस उनके इस बयान से बेचैन है, लेकिन वह इस मुद्दे से खुद को दूर रखना चाहती है। हालांकि, मुख्य विपक्षी दल काँग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कारण माहरा ने आदेश जारी करते हुए अपने सभी प्रवक्ताओं और नेताओं को धार्मिक मामलों पर बयानबाजी न करने के निर्देश दिए हैं। खुद अध्यक्ष करन माहरा इस मुद्दे पर मीडिया में बयान देने से बचते रहे हैं। उनका साफ कहना है कि किसी भी अतिक्रमण को धार्मिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री सहित भाजपा नेताओं ने सरकारी भूमि पर अवैध धार्मिक स्थलों खासकर मजारों को लेकर अभियान छेड़ रखा है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा है की प्रदेश में अतिक्रमण की प्रवति को पनपने नहीं दिया जायेगा। अतिक्रमण अवैध निर्माण वाले कोई भी धर्मस्थल हों सरकार सख्ती से कार्यवाही करेगी। धामी ने कहा जो गलत है सो गलत है। जिस भी निर्माण में नियमो का उलन्घ्न्न ,अवैध कब्ज़ा पाया जायेगा उस पर कार्यवाही की जाएगी।