महिला सशक्तिकरण में सहकारिता की बड़ी भूमिका, 1.70 लाख महिलाएं बनीं ‘लखपति दीदी’; मेडिकल कॉलेज, सड़क और हवाई सेवाओं में सुधारी जा रही आधारभूत सुविधाएं
देहरादून/पिथौरागढ़।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सहकारिता क्षेत्र में देश के लिए एक रोल मॉडल बनकर उभरा है। उन्होंने बताया कि बहुउद्देश्यीय सहकारी समितियों के कंप्यूटरीकरण की शुरुआत देश में पहली बार उत्तराखंड से हुई थी। आज प्रदेश की सभी 671 सहकारी समितियों का कंप्यूटरीकरण पूरा हो चुका है, जिससे पारदर्शिता और कार्यकुशलता में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि इनमें से 24 सहकारी समितियां जन औषधि केंद्रों के रूप में कार्य कर रही हैं, जिनसे ग्रामीण स्तर पर सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश की 3838 समितियों का डेटा राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस पर अपलोड किया जा चुका है। सहकारिता विस्तार के तहत फरवरी 2023 से अब तक राज्य में 800 नई प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां (PACS), 248 डेयरी समितियां और 116 मत्स्य समितियां गठित की गई हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए उत्तराखंड सहकारी संघ द्वारा मिलेट मिशन अंतर्गत मंडुवा (रागी) की खरीद ₹48.86 प्रति किलोग्राम के समर्थन मूल्य पर की जा रही है। इसके अलावा दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के तहत किसानों और स्वयं सहायता समूहों को पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन और फूलों की खेती के लिए ₹5 लाख तक का ब्याजमुक्त ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। लघु एवं सीमांत किसानों के लिए एक लाख रुपये का ब्याजमुक्त फसली ऋण भी सहकारी समितियों के माध्यम से दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सहकारी बैंकों में 16,000 करोड़ रुपये से अधिक की जमापूंजी यह दर्शाती है कि जनता का विश्वास इन संस्थाओं में लगातार मजबूत हुआ है। उन्होंने बताया कि सहकारिता के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को भी नई दिशा मिल रही है। प्रदेश की 1 लाख 70 हजार से अधिक महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बनकर आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश कर चुकी हैं।
पिथौरागढ़ में तेजी से बदलती तस्वीर
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ जिले में विकास परियोजनाओं पर तेजी से कार्य जारी है। उन्होंने बताया कि ₹750 करोड़ से अधिक की लागत से मेडिकल कॉलेज भवन का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही ₹34 करोड़ की लागत से स्पोर्ट्स कॉलेज में आधुनिक मल्टीपर्पज हॉल बनाया जा रहा है। बेरीनाग में एक भव्य स्टेडियम का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा, जबकि अस्कोट, गंगोलीहाट और धारचूला में नए बस स्टेशन बनाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तहत ₹327 करोड़ की लागत से सड़कों का निर्माण कार्य जारी है। पिथौरागढ़ को हवाई सेवाओं के माध्यम से हल्द्वानी, देहरादून और दिल्ली से जोड़ा जा चुका है। साथ ही पिथौरागढ़ हवाई अड्डे को ₹450 करोड़ की लागत से आधुनिक स्वरूप देने की योजना शीघ्र ही शुरू की जाएगी। इसके अलावा पिथौरागढ़ में रोडवेज वर्कशॉप का निर्माण कार्य भी कराया जा रहा है।
राज्य सरकार ने सहकारिता को ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताते हुए कहा कि इससे रोजगार, कृषि विकास और महिला स्वावलंबन को नया आयाम मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता के माध्यम से गांव-गांव तक विकास को पहुंचाना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है।
