यूँ तो सरकारी अस्पतालों की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं से हर खास ओ आम परिचित है लेकिन हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल में लगातार एक के बाद आ रही लापरवाही उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलने के लिए काफी है।
हर बार प्रशासन लापरवाही की जाँच की बात तो करता है लेकिन जांच की एक रिपोर्ट आने से पहले ही तमाम तरह की दूसरी अन्य खामियां उजागर हो जाती है और इसका निशाना बनता है गरीब और असहाय आम आदमी।
बुधवार को भी ऐसी ही एक घटना तब सामने आयी जब अस्पताल प्रशासन को पता चला कि अस्पताल से एक कोरोना पोस्टिव मरीज गायब है, काफी खोजबीन के बाद भी देर शाम तक मरीज का कोई पता नहीं चला। वहीं आज सुबह व्यक्ति का शव अस्पताल के बाथरूम में पड़ा मिला है। बता दें कि रामनगर के गूलरघट्टी निवासी कोरोना पॉजिटिव रईस अहमद हाई ब्लड प्रेशर और शुगर का मरीज था, जिसे सुशीला तिवारी अस्पताल के सी वार्ड में भर्ती किया गया था। मरीज की हालत गम्भीर हो जाने के चलते बुधवार को उसे आईसीयू में भर्ती किया जाना था लेकिन वो बिना किसी को बताए अस्पताल से गायब हो गया, मरीज के गायब होने की सूचना कोतवाली पुलिस को दी गयी तलाशी के बावजूद मरीज नहीं मिला, लेकिन गुरुवार को मरीज का शव अस्पताल के ही एक बाथरूम में पड़ा मिला जो कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही, जिला प्रशासन का उदासीन रवैया और खुद उत्तराखंड सीएम की अपने अधिकारियों के प्रति ढील को दर्शाता है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, इस घटना के बाद अस्पताल प्रशासन में खलबली मची है। कोरोना पॉजिटिव मरीज का अचानक अस्पताल से गायब हो जाना और फिर अगले दिन अस्पताल के ही बाथरूम में उसका शव बरामद होना अस्पताल प्रबंधन पर कई सवाल खड़े कर रहा है। आखिर एक मरीज अस्पताल के वार्ड से गायब हो जाता है जिसके कि संक्रमण अन्य लोगों में भी फ़ैल सकता है।
गौरतलब है कि पूर्व में भी इस अस्पताल पर स्वास्थ्य खामियों के आरोप लगते रहे हैं। बीते दिनों यहां कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिला को एडमिट कराने के लिए 7 घंटे का इंतजार करना पड़ा था। वहीँ सुशीला तिवारी अस्पताल से पहले भी कई संदिग्ध मरीज और अभियुक्त भागे है लेकिन बाद में पकड़े गए। बागेश्वर का एक युवक खिड़की तोड़कर फरार हुआ लेकिन भीमताल पुलिस ने उसे पकड़ लिया। इसी प्रकार बनभूलपुरा थाने से चोरी के आरोप में गिरफ्तार आरोपी भाग गया था। उसे एफटीआई जंगल से पकड़ा गया। सितारगंज का हत्या अभियुक्त अस्पताल से फरार हुआ था। पुलिस ने उसे बेलबाबा मंदिर के समीप से गिरफ्तार किया था।