जोशीमठ भू-धसाव के कारण औली में विश्व प्रसिद्ध स्कीइंग, “नेशनल स्कीइंग चैंपियनशिप” होने पर खतरे के बादल मंडराने लगे थे मगर अब राज्य सरकार की तैयारियों और अच्छी बर्फ़बारी के बाद एक बार फिर संशय के बादल छंटने लगे हैं और औली की खूबसूरत वादियाँ एडवेंचर स्पोर्ट्स के शौकीनों को लुभाएंगी। अब चैंपियनशिप की नई तिथि 23 से 26 फरवरी तय की गई है।
विश्व प्रसिद्ध स्कीइंग स्थल औली में नेशनल स्कीइंग चैंपियनशिप का आयोजन इस वर्ष होगा या नहीं इस बात पर लगातार संशय की स्थिति बनी हुई थी, जोशीमठ भू-धसाव के कारण और बर्फ न होने के चलते औली विंटर गेम्स पर संकट गहरा गया था वहीं सुरक्षा कारणों से जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन बंद है। अब जब भू-धसाव में कमी आई है और औली में बर्फबारी होने से पर्यटक पहुंचने लगे हैं और गतिविधियां बढ़ने लगी हैं। ऐसे में खुशखबरी है की विंटर गेम्स औली में ही होंगे जिसकी तारीखों का भी एलान कर दिया गया है। अब चैंपियनशिप की नई तिथि 23 से 26 फरवरी तय की गई है गौर हो कि इससे पहले 2 फरवरी से 8 फरवरी तक नेशनल चैम्पियनशिप का आयोजन होना था जिसे जोशीमठ आपदा और बर्फ़बारी न होने के चलते स्थगित करना पड़ा था।
स्कीइंग और स्नो बोर्ड एसोसिएशन के सचिव प्रवीण शर्मा ने खेलों की आधिकारिक घोषणा की है। प्रवीण शर्मा ने बताया कि खेलो इंडिया खेलो में बेहतर प्रदर्शन के लिए उत्तराखंड की टीम पूरी तरह तैयार है। विंटर गेम्स में फिश रेस और अल्पाइन स्कीइंग में सलालम और जाइंट सलालम सहित स्नो बोर्ड की जूनियर, सीनियर प्रतियोगिता सहित अन्य आयु वर्ग में प्रतियोगिता संपन्न होगी। विंटर गेम्स में चार दर्जन टीमों के प्रतिभाग करने की उम्मीद की जा रही हैं।
वहीँ विंटर गेम्स को लेकर सम्बंधित विभाग अपनी पूरी तैयारियों को लेकर दावा कर रहा है। विंटर गेम्स का आयोजन करना सेफ औली का सन्देश देने के साथ साथ आगामी चारधाम यात्रा और पर्यटन के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण मन जा रहा है. उम्मीद की जा रही है की विंटर गेम्स के सफल आयोजन से देश विदेश में एक सकारात्मक सन्देश जायेगा जिससे कि यहां सैलानियों की तादात बढ़ाई जा सके।