सोमवार शाम सचिवालय में आयोजित हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए, मंत्रिमंडल ने ऊधमसिंह नगर जिले के सितारगंज, गदरपुर, दिनेशपुर और रूद्रपुर में रह रहे बंगाली समुदाय के लोगों को बड़ी राहत दी है। पिछले करीब 60 साल से यहां रह रहे लोगों के जाति प्रमाण पत्र पर पूर्वी पाकिस्तानी लिखा जा रहा है। अब ऐसे लोगों के जाति प्रमाण पत्र पर पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित के स्थान पर पूर्वी बंगाल से विस्थापित शब्द का इस्तेमाल होगा। इस फैसले से बंगाली समुदाय के पौने तीन लाख लोगों को राहत मिलेगी।
गुरूवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से विधायक सितारगंज सौरभ बहुगुणा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में आये लोगों ने भेंट की। स्थानीय जन प्रतिनिधियों एवं अन्य लोगों ने मुख्यमंत्री को अपनी समस्या से अवगत कराया। शक्तिफार्म के निवासियों की प्रमुख मांग थी कि विस्थापित बंगाली समाज को जारी किये जाने वाले जाति प्रमाण पत्र से पूर्वी पाकिस्तान शब्द को हटा दिया जाय जिसकी वे वर्षों से मांग कर रहे हैं। उनके द्वारा क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिये शक्तिफार्म में उप तहसील की स्थापना की भी मांग रखी।
बता दें कि अपने ऊधमसिंह नगर दौरे के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी की समस्या सुनते हुए कहा कि विस्थापित बंगाली समाज के लोगों को जारी किये जाने वाले जाति प्रमाण पत्र से पूर्वी पाकिस्तान शब्द हटाये जाने की घोषणा की थी, औऱ कहा था कि इसका प्रस्ताव शीघ्र कैबिनेट में भी लाया जायेगा। 16 अगस्त को हुई कैबिनेट बैठक में इसका प्रस्ताव आया औऱ कैबिनेट ने इसे अपनी मंजूरी दे दी।
सरकार के इस फैसले के बाद सोमवार को सचिवालय में कैबिनेट मंत्री अरविन्द पाण्डेय एवं विधायक सौरभ बहुगुणा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में बंगाली महासभा के सदस्यों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का जनपद उधमसिंह नगर में विस्थापित बंगाली समाज को जारी किये जाने वाले जाति प्रमाण पत्र से ‘‘पूर्वी पाकिस्तान’’ शब्द हटाए जाने के लिये उनका आभार व्यक्त किया। बंगाली समुदाय की प्रमुख मांग थी कि विस्थापित बंगाली समाज को जारी किये जाने वाले जाति प्रमाण पत्र से पूर्वी पाकिस्तान शब्द को हटा दिया जाय जिसकी वे वर्षों से मांग कर रहे हैं।