देहरादून, 21 जनवरी/ प्रदेश के 100 नगर निकायों में होने वाले चुनावों के लिए प्रचार अभियान मंगलवार, 21 जनवरी की शाम पांच बजे समाप्त हो गया। अब उम्मीदवार केवल घर-घर जाकर वोट मांग सकेंगे। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, मतदान से 48 घंटे पहले सभी प्रकार की चुनावी रैलियां और सार्वजनिक सभाओं पर रोक लगा दी गई है।

चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध—
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल कुमार गोयल ने सभी जिलाधिकारियों और प्रेक्षकों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि 23 जनवरी को होने वाले मतदान के दौरान उम्मीदवारों द्वारा कोई सार्वजनिक सभा या रैली आयोजित न की जाए। 21 जनवरी की शाम के बाद प्रत्याशी केवल चार से पांच व्यक्तियों के साथ डोर-टू-डोर प्रचार कर सकते हैं।

इसके अलावा, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रसारित विज्ञापनों को लेकर भी सख्त दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। केवल वही विज्ञापन प्रकाशित या प्रसारित किए जा सकते हैं, जो आदर्श आचार संहिता के अनुरूप हों और किसी भी प्रत्याशी या दल को लाभ पहुंचाने या चुनाव परिणामों को प्रभावित करने वाली सामग्री से परहेज करें।
5405 प्रत्याशी मैदान में—
राज्य के 100 नगर निकायों के विभिन्न पदों के लिए कुल 5405 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इनमें:
- मेयर पद: 11 नगर निगमों में 72 प्रत्याशी।
- अध्यक्ष पद: 89 नगर पालिका और नगर पंचायतों में 445 उम्मीदवार।
- पार्षद/वार्ड सदस्य: सभी निकायों में 4888 प्रत्याशी।

मतदान और मतगणना की तैयारियां पूरी—
राज्य निर्वाचन आयोग ने 23 जनवरी को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मतदान प्रक्रिया के लिए बैलेट पेपर का उपयोग किया जाएगा, जिसमें इस बार नोटा (NOTA) विकल्प भी शामिल है।
मतदान कर्मियों को मतदान और मतगणना की सभी प्रक्रियाओं की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। 25 जनवरी को मतगणना होगी, जिसके बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे।

शराब की बिक्री पर रोक—
मतदान को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण बनाने के उद्देश्य से राज्य आबकारी विभाग ने 22 जनवरी की शाम पांच बजे से सभी शराब के प्रतिष्ठानों को बंद रखने का आदेश दिया है। ये प्रतिष्ठान 23 जनवरी की शाम पांच बजे मतदान समाप्ति के बाद ही खोले जा सकेंगे। इसी तरह, मतगणना के दिन यानी 25 जनवरी को भी शराब की बिक्री पर रोक रहेगी।

30.29 लाख मतदाता करेंगे फैसला—
100 नगर निकायों में कुल 30.29 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 11 नगर निगम, 43 नगर पालिका परिषद, और 46 नगर पंचायत शामिल हैं। चुनाव में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए संवेदनशील और अति संवेदनशील बूथों का निर्धारण किया गया है।

दो निकायों में चुनाव स्थगित—
राज्य निर्वाचन आयोग ने 102 नगर निकायों की मतदाता सूची जारी की थी। हालांकि, नरेंद्रनगर (टिहरी) और किच्छा (उधम सिंह नगर) में परिसीमन की प्रक्रिया पूरी न होने के कारण इन निकायों के चुनाव बाद में कराए जाएंगे।

शांतिपूर्ण चुनाव की तैयारी—
राज्य निर्वाचन आयोग और पुलिस विभाग ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रबंध किए हैं। आयोग का यह कदम नगर निकाय चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक अहम प्रयास है।