चारधाम यात्रा में मौसम लगातार श्रदालुओ की परीक्षा ले रहा है, विषम भौगोलिक परिस्थितियों और बदलते मौसम के बीच केवल 20 दिनों में ही तीर्थयात्रियों का आंकड़ा करीब नौ लाख पहुंच गया है। पल पल बदलते खराब मौसम के बावजूद यात्रियों का उत्साह चरम पर है। मौसम की बढ़ती चुनौतियों को पार कर चारों धामों में तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ रही है। यात्रा को लेकर तीर्थयात्रियों में भारी उत्साह है।
इस बार तीन मई को अक्षय तृतीय के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हुई थी। जबकि केदारनाथ मंदिर के कपाट 6 मई और बदरीनाथ मंदिर के 8 मई को कपाट खुले थे। चारधाम यात्रा की शुरुआत से ही मौसम में बदलाव जारी है जो यात्रा को कठिन बना रही है।
बारिश, ओलावृष्टि और ऊपरी पहाड़ियों पर हो रहे हिमपात से ठंड बढ़ रही है, दिन और शाम के तापमान में यहां 18 से 21 डिग्री तक का अंतर है। वहीं बारिश के चलते दर्शनों के लिए लाइन में खड़े यात्री भीग रहे हैं, जिस कारण वे हाइपोथर्मिया का शिकार हो रहे हैं। इन हालातों में केदारनाथ में बीते एक सप्ताह में हाइपोथर्मिया के मामले 30 से 35 फीसदी बढ़े हैं। साथ चारों तरफ कोहरा छाने से कई यात्रियों को सांस लेने में दिक्कत, सीने में दर्द, चक्कर आने की शिकायत हो रही है। इन समस्याओं से ही अभी तक ज्यादा यात्रियों की मौत हुई है।
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ बताते हैं कि 23 मई तक चारोंधामों में नौ लाख से अधिक यात्री दर्शन कर चुके हैं। 22 मई तक बदरीनाथ धाम में 281584, केदारनाथ धाम में 298234, गंगोत्री में 173138, यमुनोत्री धाम में 127617 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए।
चार धाम व हेमकुंड साहिब में दर्शन के लिए अब तक करीब 20 लाख श्रद्धालु पंजीकरण कर चुके हैं। तीर्थयात्रियों की सुविधा व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चार धाम व हेमकुंड साहिब में प्रतिदिन दर्शन के लिए यात्रियों की संख्या निर्धारित की गई है।
तीर्थयात्रियों की बढ़ती हुई संख्या को ध्यान में रखते हुए पर्यटन विभाग ने सलाह दी है कि किसी भी असुविधा से बचने के लिए पंजीकरण की उपलब्धता की जांच के बाद ही चार धाम व हेमकुंड साहिब में दर्शन के लिए होटल, हेली सेवा समेत अन्य बुकिंग करें। जून के पहले सप्ताह तक चारों धामों में दर्शन के लिए वहन क्षमता के अनुसार पंजीकरण फुल है।