देहरादून / उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को चार नई हेली सेवाओं का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इन सेवाओं के माध्यम से अब देहरादून से नैनीताल, बागेश्वर, मसूरी और हल्द्वानी से बागेश्वर तक हवाई संपर्क स्थापित हो गया है। इस पहल से राज्य में पर्यटन और आर्थिक विकास को गति मिलेगी, साथ ही स्थानीय लोगों को भी बेहतर आवागमन की सुविधा प्राप्त होगी।

उड़ान योजना के तहत हवाई संपर्क का विस्तार—
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘उड़ान’ (UDAN) योजना के तहत शुरू की गई इन हेली सेवाओं का मुख्य उद्देश्य आम जनता को हवाई यात्रा की सुविधा प्रदान करना है। राज्य में हवाई कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करने के लिए हवाई पट्टियों और हेलीपोर्ट्स का तेजी से विकास किया जा रहा है। वर्तमान में उत्तराखंड में कुल 18 हेलीपोर्ट्स विकसित किए जा रहे हैं, जिनमें से 12 पर हेली सेवाएं पहले ही प्रारंभ की जा चुकी हैं।

पर्यटन और धार्मिक स्थलों को मिलेगा बढ़ावा—
उत्तराखंड का नैनीताल अपनी मनोरम झीलों, नयना देवी शक्तिपीठ और कैंची धाम जैसे धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। वहीं, बागेश्वर अपने पवित्र बागनाथ मंदिर और प्रसिद्ध उत्तरायणी मेले के लिए जाना जाता है। मसूरी अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वादियों के कारण पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। हेली सेवा की शुरुआत से इन क्षेत्रों तक पहुंच आसान होगी, जिससे धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

यात्रा होगी आसान, समय की होगी बचत—
मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून से इन स्थानों तक सड़क मार्ग से पहुंचने में 8 से 10 घंटे तक का समय लगता था, लेकिन हेली सेवा शुरू होने से यह यात्रा मात्र 1 घंटे में पूरी हो जाएगी। इससे न केवल यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि इमरजेंसी की स्थिति में भी स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को मदद मिल सकेगी।

इन शहरों को जोड़ा गया हेली सेवा से—
नवीनतम हेली सेवाओं से राज्य के विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों को जोड़ा गया है, जिनमें गौचर, श्रीनगर, चिन्यालीसौड़, हल्द्वानी, मुनस्यारी, पिथौरागढ़, पंतनगर, चंपावत और अल्मोड़ा शामिल हैं। राज्य सरकार अब घरेलू उड़ानों के विस्तार के साथ ही उत्तराखंड को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने के प्रयास कर रही है।
हेली सेवाओं का संचालन और किराया विवरण—
देहरादून से मसूरी की हेली सेवा उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना के तहत संचालित की जा रही है, जबकि अन्य तीन हेली सेवाएं केंद्र सरकार की क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत चलाई जा रही हैं।
मार्ग | किराया (प्रति यात्री) | उड़ान समय (देहरादून से) | वापसी उड़ान समय |
---|---|---|---|
देहरादून – नैनीताल | ₹4500 | सुबह 08:15, दोपहर 02:25 | सुबह 09:10, दोपहर 03:20 |
देहरादून – बागेश्वर | ₹4000 | सुबह 10:20, दोपहर 12:30 | सुबह 11:10, दोपहर 01:20 |
हल्द्वानी – बागेश्वर | ₹3500 | सुबह 08:30, दोपहर 02:45 | सुबह 09:00, दोपहर 03:00 |
देहरादून – मसूरी | ₹2578 | प्रतिदिन एक उड़ान | — |
देहरादून-मसूरी मार्ग पर 5 सीटर हेलीकॉप्टर, जबकि अन्य मार्गों पर 7 सीटर हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। देहरादून से बागेश्वर, नैनीताल और हल्द्वानी से बागेश्वर की हेली सेवा सप्ताह में सातों दिन, दिन में दो बार संचालित होगी। वहीं, मसूरी-देहरादून मार्ग पर पहली माह में प्रतिदिन एक उड़ान भरी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने यात्रियों से की वर्चुअल बातचीत—
हेली सेवाओं के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा करने वाले यात्रियों से वर्चुअल माध्यम से बातचीत की। इस मौके पर संबंधित क्षेत्रों के विधायक, स्थानीय जनप्रतिनिधि और आम नागरिक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हेली सेवाएं केवल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ही नहीं, बल्कि दैवीय आपदाओं के दौरान दूरस्थ क्षेत्रों के लिए जीवन रेखा के रूप में भी कार्य करेंगी।

उत्तराखंड में हवाई संपर्क को और सशक्त करने की दिशा में बड़ा कदम—
राज्य सरकार उत्तराखंड में हवाई संपर्क को मजबूत करने के लिए विभिन्न योजनाओं पर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हवाई सेवाओं का विस्तार कर पर्यटकों की संख्या बढ़ाने और स्थानीय लोगों को अधिक सुविधाएं देने का प्रयास जारी रहेगा। इसके साथ ही सरकार उत्तराखंड में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के विस्तार के लिए भी प्रयासरत है।
पर्यटन और हवाई सेवाओं का विस्तार जारी रहेगा—
उत्तराखंड सरकार की यह पहल पर्यटन और हवाई संपर्क के क्षेत्र में एक बड़ा कदम है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य को पर्यटन के वैश्विक नक्शे पर लाने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है। हेली सेवाओं का यह विस्तार राज्य के पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक सिद्ध होगा।