शादी के ई-निमंत्रण के जरिए ठगी: APK फाइल से खाली हो रहे बैंक खाते

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शादी का सीजन शुरू हो गया है, और इसके साथ ही साइबर अपराधी भी सक्रिय हो गए हैं। वॉट्सऐप के जरिए डिजिटल शादी के निमंत्रण भेजने की बढ़ती प्रवृत्ति अब ठगी का नया जरिया बन चुकी है। हिमाचल प्रदेश पुलिस और अन्य साइबर क्राइम यूनिट्स ने हाल ही में ऐसे मामलों पर लोगों को चेतावनी दी है, जहां शादी के ई-कार्ड के जरिए ठगों ने लोगों के बैंक खातों से लाखों रुपये उड़ा लिए।

कैसे होता है यह साइबर फ्रॉड?

श्रोत – डिजिटल मीडिया

पुलिस के अनुसार, ठग वॉट्सऐप पर शादी के निमंत्रण के रूप में APK फाइल भेज रहे हैं। यह फाइल डाउनलोड होते ही स्मार्टफोन में मैलवेयर इंस्टॉल कर देती है, जो फोन की निजी जानकारी को हैकर्स तक पहुंचा देता है।

इन जानकारियों में बैंक खातों की डिटेल, डेबिट और क्रेडिट कार्ड की जानकारी, पैन और आधार कार्ड के डाटा, शेयर मार्केट निवेश की डिटेल्स, और अन्य वित्तीय जानकारी शामिल हो सकती हैं। ठग इन जानकारियों का उपयोग करके न केवल पैसे उड़ा रहे हैं, बल्कि कई मामलों में फोन का पूरा नियंत्रण भी हासिल कर लेते हैं।

इंदौर और अन्य शहरों में बढ़ रहे मामले—

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मध्य प्रदेश के इंदौर में भी इस प्रकार की घटनाएं सामने आई हैं। यहां ठगों ने शादी के निमंत्रण के बहाने फाइल भेजकर लोगों के फोन हैक कर लिए। कई पीड़ितों ने शिकायत की है कि उनके फोन की गैलरी, कॉन्टैक्ट लिस्ट, और सोशल मीडिया प्रोफाइल तक हैक कर ली गईं।

कुछ मामलों में ठगों ने एडिट की हुई तस्वीरों का इस्तेमाल कर लोगों को बदनाम करने की धमकी दी। क्राइम ब्रांच को मिली शिकायतों के अनुसार, इस तरीके से लाखों रुपये की ठगी की जा चुकी है।

पुलिस की सलाह: रहें सतर्क—

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पुलिस ने लोगों को सलाह दी है कि शादी के डिजिटल कार्ड या किसी अन्य फाइल को डाउनलोड करने से पहले सतर्क रहें। अगर फाइल के नाम के नीचे APK लिखा हो, तो इसे तुरंत डिलीट कर दें।

कैसे बचें साइबर ठगी से?

नंबर जांचें: किसी अनजान नंबर से आई फाइल या निमंत्रण को डाउनलोड न करें।

एंटीवायरस का उपयोग करें: फोन पर एंटीवायरस इंस्टॉल करें और समय-समय पर उसे अपडेट करें।

निजी जानकारी फोन में न रखें: बैंक खाते, आधार-पैन कार्ड, और अन्य वित्तीय दस्तावेजों की फोटो या डिटेल्स फोन में सेव न करें।

संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: किसी भी अनजान लिंक या फाइल को खोलने से पहले उसकी सत्यता जांचें।

क्या करें अगर ठगी हो जाए?

तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन या पुलिस को संपर्क करें।

अपने बैंक को सूचना देकर खातों को अस्थायी रूप से ब्लॉक करवाएं।

फर्जी फाइल को पहचानकर दोस्तों और परिवार को सतर्क करें।

साइबर ठगों से बचाव के लिए सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करें और दूसरों को भी इस खतरे से आगाह करें।


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