रुड़की, हरिद्वार/ हिंदू नव संवत्सर विक्रम संवत 2082 एवं चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर रुड़की स्थित लक्ष्मीनारायण घाट, उत्तरी गंगनहर पर माँ गंगा आरती के शुभारंभ का भव्य आयोजन किया गया। रविवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधि-विधान के साथ इस आरती का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने माँ गंगा की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि एवं राज्य की उन्नति की कामना की।

गंगा की पावनता के प्रति समर्पण जरूरी: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि माँ गंगा समस्त प्राणियों के लिए मोक्षदायिनी हैं, और उनका आशीर्वाद जीवन को शुद्ध, पवित्र और कल्याणकारी बनाता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड माँ गंगा का उद्गम क्षेत्र होने के नाते हमें गंगा की पावनता और संरक्षण के लिए समर्पित प्रयास करने होंगे।
मुख्यमंत्री ने इस भव्य आयोजन में आए श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में गंगा की स्वच्छता और संरक्षण को लेकर हर व्यक्ति को जागरूक होने की आवश्यकता है।

भव्य आयोजन में उमड़ा जनसैलाब
माँ गंगा की इस दिव्य आरती में विधायक प्रदीप बत्रा, मंदिर समिति के सदस्य, श्रद्धालु और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे। उपस्थित जनता ने पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने का सौभाग्य प्राप्त किया।

लक्ष्मीनारायण घाट पर पहली बार आयोजित इस माँ गंगा आरती को लेकर स्थानीय लोगों में विशेष उत्साह देखा गया। आयोजन स्थल को आकर्षक रूप से सजाया गया था और भक्तों ने गंगा मैया की आराधना करते हुए दीप प्रज्वलित किए।

गंगा आरती बनी आस्था का प्रतीक
गंगा आरती के इस शुभारंभ को माँ गंगा के प्रति आस्था का प्रतीक बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में यह आरती श्रद्धालुओं के लिए एक नियमित आध्यात्मिक आयोजन बनेगी, जिससे धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
भव्य आयोजन और श्रद्धालुओं की अपार उपस्थिति ने इस ऐतिहासिक क्षण को अविस्मरणीय बना दिया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को हिंदू नव संवत्सर एवं चैत्र नवरात्रि की शुभकामनाएँ भी दीं।