हरिद्वार में कांवड़ियों का भव्य स्वागत: सीएम धामी ने धोए चरण, हेलीकॉप्टर से हुई फूलों की वर्षा
धर्मनगरी गूंज उठी ‘हर-हर महादेव’ के नारों से, अब तक 80 लाख से अधिक कांवड़िए कर चुके हैं गंगाजल संग्रह

हरिद्वार, 17 जुलाई 2025:
उत्तराखंड की धर्मनगरी हरिद्वार में कांवड़ मेला इस समय अपने चरम पर है। गंगा के पावन घाटों से लेकर हाईवे तक, हर दिशा केसरिया रंग में रंगी नजर आ रही है। देश के कोने-कोने से आए शिवभक्त ‘बम-बम भोले’ के जयकारों के साथ कांवड़ यात्रा में जुटे हुए हैं।
गुरुवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं हरिद्वार पहुंचकर कांवड़ियों का अभूतपूर्व स्वागत किया। हरकी पैड़ी पर सीएम धामी ने श्रद्धा भाव के साथ कांवड़ियों के चरण धोए और आशीर्वाद लिया। इसके बाद हरकी पैड़ी से लेकर उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश सीमा (गुरुकुल नारसन) तक हेलीकॉप्टर से कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा कराई गई, जिससे पूरा वातावरण भक्ति और उल्लास से भर उठा।
कांवड़ियों पर फूल बरसते ही ‘हर-हर महादेव’ और ‘बोल बम’ के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। श्रद्धालु इस स्वागत से अभिभूत नजर आए और उन्होंने राज्य सरकार एवं प्रशासन के प्रयासों की सराहना की।
हरिद्वार जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, 10 जुलाई से अब तक 80 लाख से अधिक कांवड़िए गंगाजल लेकर अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर चुके हैं। प्रशासन का अनुमान है कि इस बार यह संख्या 7 करोड़ तक पहुंच सकती है, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा होगा।
बीते वर्ष की तुलना में इस बार व्यवस्था अधिक सुदृढ़ और योजनाबद्ध नजर आई। जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा पहले से ही सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। हाईवे पर भीड़ को ध्यान में रखते हुए रूट डायवर्जन प्लान लागू किया गया है ताकि यातायात सुचारू रूप से संचालित हो सके।
हालांकि, कुछ असामाजिक तत्व कांवड़ियों के भेष में उत्पात मचाते देखे गए हैं, जिन पर पुलिस सख्ती से कार्रवाई कर रही है। हरिद्वार पुलिस ने साफ संदेश दिया है कि आस्था के इस पावन पर्व में खलल डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
हरिद्वार इस समय पूरी तरह शिवमय हो चुका है। भक्ति, आस्था और श्रद्धा के इस अद्वितीय संगम में उत्तराखंड सरकार का स्वागत-सत्कार भाव एक मिसाल बन गया है।