राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के रेडियोलॉजी यूनिट स्टोर में लगी आग के बाद स्वास्थ्य प्राधिकरण एक्टिव हो गया है। आयुष्मान योजना में सूचीबद्ध अस्पतालों को 24 जुलाई को पत्र जारी कर फायर एनओसी मुहैया कराने को कहा था। इसके बावजूद भी 27 निजी अस्पतालों ने फायर एनओसी नहीं दी है। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने आयुष्मान योजना के तहत रजिस्टर्ड 27 ऐसे अस्पताल, जिनके पास फायर एनओसी नहीं है उनको नोटिस जारी किया है। मरीजों की सुरक्षा को देखते हुए स्वास्थ्य प्राधिकरण ने 27 अस्पतालों की सूचीबद्धता को अस्थाई रूप से निरस्त कर दिया है। अस्पतालों की ओर से फायर एनओसी देने के बाद ही सूचीबद्धता को बहाल किया जाएगा। फिलहाल इन अस्पतालों में नए मरीजों के इलाज पर रोक लगा दी है।
राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के निदेशक डॉ वीएस टोलिया बताते हैं कि अस्पतालों में आग की घटनाओं से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम होने चाहिए। ऐसे में जब तक ये 27 सूचीबद्ध अस्पताल फायर एनओसी जारी नहीं कर देते तब तक सूचीबद्धता को बहाल नहीं किया जाएगा।
देशभर में अस्पतालों में अग्निकांड की तमाम घटनाएं सामने आती रहती हैं, जांच के बाद में पता चलता है कि अस्पतालों के पास कहीं तो बचाव के साधन ही नहीं थे तो कहीं उपकरण थे भी तो कर्मचारियों को उपकरण चलाने ही नहीं आते थे। ऐसे में अस्पतालों के अग्निकांड को लेकर बेपरवाही मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए जानलेवा भी साबित हो सकती है।
सूचीबद्धता निरस्त अस्पताल लिस्ट—
- कृष्ण हास्पिटल एंड क्रिटिकल केयर सेंटर (यूएस नगर)
- महाजन हॉस्पिटल (रुद्रपुर)
- महाराजा अग्रसेन चैरिटेबल हॉस्पिटल (रुद्रपुर)
- ओजस हॉस्पिटल ज्वालापुर (हरिद्वार)
- चारधाम हॉस्पिटल (देहरादून)
- पेनासिया हॉस्पिटल धर्मपुर (देहरादून)
- श्रीराम आईकेयर एंड नर्सिंग होम (रुद्रपुर)
- स्पंदन हार्ट सेंटर (ऋषिकेश)
- स्पर्श हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (खटीमा)
- देवकीनंद हास्पिटल (काशीपुर)
- डॉ. कोहली लेप्रोस्कोपिक मल्टी स्पेशियलिटी हास्पिटल (ऋषिकेश)
- जोशी मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल (सेलाकुई)
- लाइफलाइन सुपर स्पेशियलिटी एंड केजीएन मेडिकल सेंटर (रानीपुर)
- पैगिया हॉस्पिटल (काशीपुर)
- पेनासिया हॉस्पिटल (ऋषिकेश)
- प्रज्ञा हॉस्पिटल एंड पैरामेडिकल कॉलेज (झबरेड़ा कस्बा)
- प्रयास हॉस्पिटल (खटीमा)
- सहोता सुपरस्पेशियलिटी एंड न्यूरो ट्रामा सेंटर (यूएस नगर)
- डॉ. केकेबीएम सुभारती अस्पताल (देहरादून)
- आनंद हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (खटीमा)
- देवभूमि हास्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर (हरिद्वार)
- डॉ. टूरना सर्जिकल हॉस्पिटल (सितारगंज)
- गोविंद हॉस्पिटल (जोगीवाला)
- स्वास्तिक हॉस्पिटल (काशीपुर)
- तपन हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (खटीमा)
- नवीन आई हास्पिटल (रुड़की)
- नेत्रम आई केयर (देहरादून)
बता दें कि पिछले दिनों राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के रेडियोलॉजी यूनिट स्टोर में आग लगने की घटना हुई थी। आग रेडियोलॉजी यूनिट में शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी, राहत की बात ये रही कि स्टाफ की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया और समय रहते आग पर काबू पा लिया गया था । हालांकि, इस दौरान स्टोर में रखी रेडियोग्राफिक फिल्में, कैसेट, कंट्रास्ट, फर्नीचर, एसी, कंप्यूटर, ङ्क्षप्रटर व कई दस्तावेज भी जल कर राख हो गए थे।