पहाड़ी विनाश: पौड़ी में बारिश ने मचाई तबाही – 5 मजदूर बहे, 2 महिलाएं मलबे में दबीं
पौड़ी गढ़वाल (उत्तराखंड):
धराली (उत्तरकाशी) आपदा के गहरे जख्म अभी ताजे ही थे कि बुधवार को पौड़ी जनपद में आसमानी कहर बरपा। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बीच थलीसैंण और पाबौ ब्लॉक समेत कई जगहों पर बादल फटने की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई।

बुरांसी गांव में दो महिलाएं मलबे में दब गईं—जिनमें से एक का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि दूसरी की तलाश जारी है। वहीं बांकुड़ा गांव में नेपाली मूल के पांच मजदूर पानी के तेज बहाव में बह गए। घायलों को रेस्क्यू कर लिया गया है, लेकिन लापता मजदूरों की खोजबीन जारी है।
कलगड़ी पुल बहा, संपर्क कटा
पाबौ और पैठाणी के बीच स्थित कलगड़ी पुल बुधवार सुबह पश्चिमी नयार नदी के उफान में बह गया। यह पुल बुआखाल–रामनगर राष्ट्रीय राजमार्ग 121 का अहम हिस्सा था और विकासखंड थलीसैंण व पाबौ को मुख्यालय पौड़ी से जोड़ने का एकमात्र मार्ग था। पुल के टूटने से थलीसैंण, पैठाणी और त्रिपालीसैंण के कई गांवों का संपर्क पूरी तरह कट गया है। फिलहाल यहां बैली ब्रिज बनाने की तैयारी की जा रही है।
कई गांवों में बादल फटने की घटनाएं
-
सैंजी गांव (पाबौ ब्लॉक): मलबे में कई घर और मवेशी बह गए, हालांकि जनहानि नहीं हुई।
-
जैंती और बांकुड़ा (थलीसैंण ब्लॉक): नाले उफान पर, मजदूर लापता।
-
बैंजवाड़ी गांव: केंद्रीय विद्यालय मार्ग पर लैंडस्लाइड से सड़क का हिस्सा ढहा, पास के घरों को खाली कराया गया।
-
गडोली गधेरा: उफान पर आने से पौड़ी–श्रीनगर मार्ग बाधित हुआ, जिसे दोपहर तक बहाल कर दिया गया।
जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने बताया कि जिले में पिछले 24 घंटे से भारी बारिश हो रही है, जिससे कई जगह भूस्खलन हुआ और मार्ग बंद हैं। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है और राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
इस बीच, उत्तरकाशी के धराली में आई आपदा में मृतकों की संख्या 6 हो चुकी है और 15 से अधिक लोग लापता हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के लिए पर्वतीय जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।