पिथौरागढ़ में प्रादेशिक सेना भर्ती में भारी भीड़ और अव्यवस्था, कई युवा हुए घायल

Spread the love

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में चल रही प्रादेशिक सेना की भर्ती रैली अव्यवस्था और भीड़ के कारण विवादों में घिर गई। 20 नवंबर से 27 नवंबर तक आयोजित इस भर्ती प्रक्रिया के पहले दिन 20 हजार से अधिक अभ्यर्थी गेट तोड़कर मैदान में घुस गए, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ी, जिससे स्थिति और अधिक बिगड़ गई।

( पिथौरागढ़ में प्रादेशिक सेना भर्ती में भारी भीड़ ) चित्र साभार – सोशल मीडिया 

भर्ती स्थल पर अव्यवस्था और भगदड़—

भर्ती के लिए आए युवाओं की संख्या अनुमान से कहीं अधिक थी। छोटा मैदान अभ्यर्थियों की भीड़ संभालने में असमर्थ साबित हुआ। भीड़ के कारण कई युवा दौड़ के दौरान गिरकर चोटिल हो गए। भगदड़ के दौरान भारतीय सेना के भर्ती स्थल का गेट भी ध्वस्त हो गया, जिसे फायर ब्रिगेड के वाहन से सहारा देकर ठीक किया गया।

( मौके पर पहुंची एंबुलेंस ने दो गंभीर रूप से घायल युवाओं को अस्पताल पहुंचाया ) चित्र साभार – सोशल मीडिया

घटना के बाद मौके पर पहुंची एंबुलेंस ने दो गंभीर रूप से घायल युवाओं को अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। इसके अलावा कई अन्य युवा मामूली रूप से घायल हुए। भगदड़ के बाद भर्ती स्थल पर जूते, फटे बैग और अन्य सामान बिखरे नजर आए।

प्रशासन की चुनौतियां और कदम—

भर्ती स्थल पर यातायात और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसएसबी, आईटीबीपी, पुलिस और राजस्व पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था। एसपी रेखा यादव ने स्वयं मौके पर जाकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। 150 से अधिक पुलिसकर्मियों के साथ सुरक्षाबलों को भीड़ को संभालने में लगाया गया।

भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने पिथौरागढ़ से मैदान तक अभ्यर्थियों को लाने-ले जाने के लिए अतिरिक्त रोडवेज बसों की व्यवस्था की। पुलिस ने भगदड़ के दौरान किसी भी मौत की अफवाहों का खंडन किया और स्थिति को नियंत्रण में लाने का दावा किया।

युवाओं का सपना अधूरा—

चित्र साभार – सोशल मीडिया

हालांकि, अभ्यर्थियों ने अव्यवस्था के कारण असंतोष व्यक्त किया। कई युवाओं ने बताया कि भीड़ और चोटिल होने के डर से वे भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सके। युवाओं का कहना है कि भर्ती स्थल की तैयारी अपर्याप्त थी, जिससे उनका सेना में जाने का सपना अधूरा रह गया।

भर्ती प्रक्रिया जारी रहेगी—

भले ही पहले दिन की अव्यवस्था ने प्रक्रिया को प्रभावित किया हो, लेकिन भर्ती 27 नवंबर तक जारी रहेगी। प्रशासन ने स्थिति सुधारने और शेष दिनों में बेहतर प्रबंधन का आश्वासन दिया है।

पिथौरागढ़ में सेना भर्ती का यह आयोजन स्थानीय प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हुआ। जहां एक ओर हजारों युवा सेना में जाने के सपने के साथ जुटे थे, वहीं दूसरी ओर अव्यवस्था और भीड़ ने उनके हौसले पर पानी फेर दिया। उम्मीद की जा रही है कि आगामी दिनों में प्रशासन से बेहतर प्रबंधन देखने को मिलेगा।


Spread the love