चारधाम यात्रा के श्रदालुओं के लिए परिवहन विभाग ने बड़ी राहत दी है, अब परिवहन कारोबारी अधिक किराया नहीं वसूल सकेंगे। बता दें कि परिवहन कारोबारी, चारधाम यात्रा के लिए बसों व टैक्सी के किराये में परिवहन कारोबारी 10 प्रतिशत वृद्धि की मांग कर रहे थे। वृदि की मांग के प्रमुख कारण में परिवहन कारोबारी डीजल, बीमा राशि व अन्य खर्चों में वृद्धि का हवाला दे रहे थे, लेकिन परिवहन विभाग ने कहा है कि राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) ने वर्ष 2022 में ही सभी पहलु को ध्यान में रखकर वाहनों का किराया निर्धारण किया था। जिसमें अभी वृद्धि करना संभव नहीं है।
चारधाम यात्रा में परिवहन कारोबारी श्रद्धालुओं से मनमाना किराया वसूल न कर पायें, इसके लिए परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीमों को नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। आशा है कि चारधाम यात्रा में परिवहन कारोबारी श्रद्धालुओं से अब मनमाना किराया नहीं वसूल पाएंगे। इसके साथ ही यात्रा में अवैध रूप से संचालित होने वाले वाहनों को सीधे सीज करने के आदेश भी दिए गए हैं।
यात्रा नोडल अधिकारी/आरटीओ (प्रशासन) सुनील शर्मा ने बताया कि मध्य प्रदेश व पंजाब में पंजीकृत वाहनों के यात्रा में अनाधिकृत संचालन की शिकायत सर्वाधिक मिलती हैं। ऐसे वाहनों को इस वर्ष हरिद्वार व ऋषिकेश में रोकने की तैयारी है।
बता दें कि, चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra) के लिए बसों व टैक्सी के किराये में परिवहन कारोबारी 10 प्रतिशत वृद्धि की मांग कर रहे थे। डीजल, बीमा राशि व अन्य खर्चों में वृद्धि का हवाला दिया गया, लेकिन परिवहन विभाग ने कहा है कि राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) ने वर्ष 2022 में ही सभी पहलु को ध्यान में रखकर वाहनों का किराया निर्धारण किया था। जिसमें अभी वृद्धि करना संभव नहीं है। निर्णय लिया गया कि इस वर्ष भी चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra) में बस, ट्रेवलर व टैक्सी का किराया नहीं बढ़ाया जाएगा। आरटीओ सुनील शर्मा ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह अधिकृत एवं पंजीकृत ट्रेवलिंग एजेंसी या एजेंट से ही बुकिंग कराएं। समस्त यात्री वाहनों में किराया सूची चस्पा करने के आदेश भी दिए गए हैं।