प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 के मेला क्षेत्र में रविवार को भीषण आग लगने से अफरातफरी मच गई। सेक्टर 19 स्थित गीता प्रेस गोरखपुर शिविर में खाना बनाते समय सिलेंडर ब्लास्ट होने से आग लग गई, जिसने तेजी से आसपास के टेंटों को अपनी चपेट में ले लिया।

आग की भयावहता—
फायर ब्रिगेड की 15-16 गाड़ियों और राहतकर्मियों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग में लगभग 180 टेंट जलकर राख हो गए। घटना के दौरान कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन एक संन्यासी के एक लाख रुपये भी आग में जल गए।

मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री ने लिया संज्ञान—
घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को लापरवाही से बचने और समुचित चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री से फोन पर बात कर घटना की जानकारी ली।

फायर विभाग का ऑपरेशन—
फायर चीफ प्रमोद शर्मा के मुताबिक, आग से 500 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। हवा तेज होने के कारण आग तेजी से फैल गई थी। घटना के बाद फायर डिपार्टमेंट ने सेक्टर 19 को सील कर दिया।

महाकुंभ क्षेत्र में सुरक्षा इंतजाम—
महाकुंभ को फायर फ्री बनाने के लिए क्षेत्र में 350 फायर ब्रिगेड, 2000 प्रशिक्षित कर्मचारी, 50 अग्निशमन केंद्र और 20 फायर पोस्ट बनाए गए हैं। आधुनिक तकनीक वाले आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर (AWT) भी तैनात हैं, जो 35 मीटर ऊंचाई तक आग बुझाने में सक्षम हैं।

श्रद्धालुओं की भारी भीड़—
शनिवार तक महाकुंभ में 7.72 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके थे। रविवार को भी लाखों लोगों की उपस्थिति के बीच आग लगने की घटना से हड़कंप मच गया।

भविष्य के लिए सख्त कदम जरूरी—
अधिकारियों ने इस घटना से सबक लेते हुए सुरक्षा उपायों को और सख्त करने की बात कही है। महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में ऐसी घटनाएं प्रबंधन की क्षमता पर सवाल खड़ा करती हैं।
आग लगने की इस घटना के बावजूद, महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं का उत्साह बरकरार है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं।