महेंद्र भट्ट दोबारा बन सकते हैं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, नामांकन के दौरान दिखाई दी संगठन की एकजुटता

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देहरादून से विशेष रिपोर्ट / द माउंटेन स्टोरीज़

देहरादून/ उत्तराखंड की सियासत में सोमवार का दिन खासा महत्वपूर्ण साबित हुआ, जब भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हुई। इस मौके पर मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने दोबारा इस पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। खास बात यह रही कि नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं मौजूद रहे, जिससे यह साफ संकेत गया कि पार्टी नेतृत्व की ओर से महेंद्र भट्ट को पूरी तरह समर्थन प्राप्त है।

नामांकन कार्यक्रम में उत्तराखंड सरकार के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, कृषि मंत्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद, लोकसभा सांसद, भाजपा के विधायकों सहित संगठन के कई वरिष्ठ पदाधिकारी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में पहुंचे। यह उपस्थिति केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं बल्कि एक शक्तिशाली राजनीतिक संदेश बनकर सामने आई – कि पार्टी महेंद्र भट्ट के नेतृत्व में पूरी तरह एकजुट है।

निर्विरोध चुने जाने की संभावना प्रबल

पार्टी सूत्रों की मानें तो महेंद्र भट्ट का दूसरी बार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनना अब लगभग तय माना जा रहा है। सोमवार को नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गई, और यदि मंगलवार तक किसी अन्य उम्मीदवार का नामांकन नहीं आता है, तो वे निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाएंगे। मंगलवार को इसकी औपचारिक घोषणा भी संभावित है।

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तैयारी

भाजपा संगठन का यह कदम केवल आंतरिक चुनाव नहीं बल्कि 2024 के लोकसभा चुनाव की दृष्टि से एक रणनीतिक निर्णय भी माना जा रहा है। महेंद्र भट्ट के नेतृत्व में भाजपा ने हाल ही में हुए उपचुनावों में बेहतर प्रदर्शन किया है। वे संगठनात्मक कार्यप्रणाली में दक्ष माने जाते हैं और प्रदेशभर में उनका जनाधार भी मज़बूत है। यही कारण है कि पार्टी नेतृत्व उन्हें आगामी चुनावों की तैयारी के लिए पुनः यह जिम्मेदारी सौंपना चाहता है।

भट्ट की संगठन पर मजबूत पकड़

महेंद्र भट्ट मूल रूप से चमोली जनपद से आते हैं और संगठनात्मक राजनीति में उनका लंबा अनुभव रहा है। वे विधायक, पार्टी प्रवक्ता, और कई अहम पदों पर रह चुके हैं। पिछले कार्यकाल में उन्होंने न केवल संगठन को चुस्त-दुरुस्त किया, बल्कि बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तैयारियों में भी जान फूंकी।

पार्टी में संदेश स्पष्ट: नेतृत्व को लेकर कोई भ्रम नहीं

मुख्यमंत्री धामी की मौजूदगी के साथ-साथ अन्य वरिष्ठ नेताओं की एकजुटता इस बात का प्रतीक रही कि भाजपा में शीर्ष नेतृत्व को लेकर किसी तरह की भ्रम की स्थिति नहीं है। एक ओर जहां विपक्षी दल अंदरूनी कलह और नेतृत्व संकट से जूझते दिख रहे हैं, वहीं भाजपा ने यह संकेत देने में देर नहीं लगाई कि पार्टी संगठन पूरी तरह एकमत और संगठित है।


उत्तराखंड भाजपा में महेंद्र भट्ट का दोबारा प्रदेश अध्यक्ष बनना अब महज औपचारिकता रह गया है। पार्टी की ओर से यह एक सुविचारित निर्णय प्रतीत होता है, जो आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र संगठन की स्थिरता और मजबूती को रेखांकित करता है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि भट्ट अपने दूसरे कार्यकाल में संगठन को किस दिशा में आगे ले जाते हैं।


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