दूधली और डोईवाला में वन भूमि पर बड़ा अतिक्रमण, जांच के आदेश

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देहरादून, 27 अप्रैल / देहरादून के लच्छीवाला रेंज स्थित दूधली क्षेत्र में वन भूमि पर अवैध कब्जे और प्लॉटिंग के बड़े मामले का खुलासा हुआ है। पूर्व वरिष्ठ सर्वेयर सीपी डोभाल की शिकायत पर शिवालिक वन संरक्षक राजीव धिमान ने इस गंभीर मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

डोभाल ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि दूधली के मोहनपुर बढ़कली गांव और आसपास के पुराने आरक्षित वन क्षेत्र में कुछ लोगों ने पेड़ों की अवैध कटान कर प्लॉटिंग और निर्माण कार्य शुरू कर दिए हैं। उन्होंने पुराने नक्शों और रिकॉर्ड का गहन अध्ययन करने के बाद पाया कि करीब 25 बीघा आरक्षित वन भूमि पर अतिक्रमण हो चुका है, और यह प्रक्रिया अभी भी जारी है।

वन विभाग में भी उठे सवाल
सीपी डोभाल, जो पहले भी सैकड़ों हेक्टेयर वन भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवा चुके हैं, ने इस बार वन विभाग के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं।

डीएफओ ने दी जांच की पुष्टि
प्रभागीय वन अधिकारी (DFO) नीरज शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि एसडीओ अनिल रावत को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। शर्मा ने कहा, “इलाके का पुनः सर्वेक्षण कराया जा रहा है। यदि अतिक्रमण की पुष्टि होती है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

अढ़ोईवाला में भी बड़ा अतिक्रमण
इसी तरह, रायपुर रेंज के डोईवाला क्षेत्र में भी लगभग 250 बीघा वन भूमि पर अवैध कब्जे का मामला सामने आया है।
उत्तराखंड सूचना आयोग ने इस संबंध में वन विभाग से जवाब तलब किया है। सूचना आयुक्त दिलीप सिंह कुंवर ने निर्देश दिया है कि वन विभाग 7 मई तक अतिक्रमण के प्रमाण सहित गूगल मैप्स और अन्य दस्तावेज आयोग के समक्ष प्रस्तुत करे।

वन संरक्षक का सख्त रुख
वन संरक्षक राजीव धिमान ने कहा है, “शिकायतों के आधार पर न केवल अतिक्रमण की जांच की जाएगी, बल्कि कर्मचारियों की संलिप्तता की भी पड़ताल होगी। किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की लापरवाही या मिलीभगत पाए जाने पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।”


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