लोकसभा चुनाव के 7वें और अंतिम चरण के लिए मतदान के साथ ही पिछले 2 महीने से चला आ रहा चुनावी पर्व समाप्त हो गया। गुरुवार को साफ हो जाएगा कि केंद्र की गद्दी पर कौन बैठेगा, किस दल की सरकार बनेगी, लेकिन चुनाव परिणाम से 4 दिन पहले अलग-अलग कंपनियों और संस्थानों के एग्जिट पोल्स ने अपने रिजल्ट घोषित कर दिए हैं।
एग्जिट पोल मूल रूप से चुनाव के नतीजों का अनुमान लगाने के लिए एजेंसियों द्वारा किए गए मतदाताओं के सर्वेक्षण होते हैं, जिनका उद्देश्य विजेता का पूर्वानुमान लगाना और मतदाताओं के रुझान को समझना होता है। हालांकि वे हमेशा सटीक नहीं होते, लेकिन वे चुनाव के बारे में उचित संकेत देते हैं।
एग्जिट पोल से ठीक पहले इंडिया गठबंधन की अहम बैठक हुई है, जिसके बाद गठबंधन के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सीताराम येचुरी, अखिलेश यादव समेत कई दिग्गज नेता शामिल हुए। बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में मलिका अर्जुन ने दावा किया की इंडिया गठबंधन कम से कम 295 सीटों पर जीत दर्ज करेगा।
एग्जिट पोल के मुताबिक, केंद्र में एक बार फिर बीजेपी की सरकार आ सकती है। एग्जिट पोल में ही खुद को 295 से ज्यादा सीटें देने वाले विपक्षी गठबंधन इंडिया को यहां मायूसी हाथ लग सकती है। उन्हें किसी भी पोल में बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। आम चुनाव के नतीजे 4 जून को आएंगे। इससे पहले आज एग्जिट पोल जारी हो रहे हैं। गौर हो कि पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावत किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं हैं।