उत्तराखंड में निकाय चुनाव की तैयारियों के बीच भाजपा ने रविवार को मेयर पद के प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी। इस सूची में छह नगर निगमों के मेयर पद के उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए हैं। इनमें हरिद्वार, श्रीनगर, कोटद्वार, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और रुद्रपुर के प्रत्याशी शामिल हैं।
भाजपा ने प्रत्याशियों के चयन के लिए लंबे समय से मंथन किया और उम्मीदवारों को तय करने में क्षेत्रीय समीकरण, सामाजिक संतुलन और संगठन की मजबूती को प्राथमिकता दी।
मेयर प्रत्याशियों की सूची:
- हरिद्वार: ओबीसी महिला सीट से किरण जैसल को उम्मीदवार बनाया गया।
- श्रीनगर: महिला सीट पर आशा उपाध्याय को मौका दिया गया, जो हाल ही में भाजपा में शामिल हुई हैं।
- कोटद्वार: सामान्य सीट पर शैलेन्द्र रावत को प्रत्याशी घोषित किया गया।
- पिथौरागढ़: महिला सीट पर कल्पना देवलाल को चुना गया।
- अल्मोड़ा: ओबीसी सीट से अजय वर्मा को प्रत्याशी बनाया गया।
- रुद्रपुर: सामान्य सीट से विकास शर्मा को उम्मीदवार घोषित किया गया।
श्रीनगर से आशा उपाध्याय का नाम चौंकाने वाला—
श्रीनगर गढ़वाल से आशा उपाध्याय का नाम सबसे अधिक चर्चा में है। वह दो दिन पहले ही भाजपा में शामिल हुई थीं और पार्टी ने उन्हें मेयर प्रत्याशी घोषित कर दिया। पार्टी का मानना है कि उनका चयन क्षेत्र में महिलाओं और नए कार्यकर्ताओं को प्रेरित करेगा।
बड़े नगर निगमों में प्रत्याशी घोषित नहीं—
हालांकि, देहरादून, हल्द्वानी, ऋषिकेश, रुड़की और काशीपुर जैसे प्रमुख नगर निगमों के लिए भाजपा ने अब तक प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। इन क्षेत्रों में भाजपा के दावेदारों की लंबी सूची है, जिससे संगठन को संतुलन बनाने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा इन सीटों पर विवाद से बचते हुए सभी को विश्वास में लेकर उम्मीदवार तय करने की रणनीति अपना रही है।
पार्षदों के प्रत्याशियों की घोषणा भी जारी—
भाजपा ने मेयर पद के साथ-साथ पार्षदों के लिए भी प्रत्याशियों की घोषणा शुरू कर दी है। देहरादून नगर निगम में 100 में से 89 पार्षदों के नामों की घोषणा की गई है, जबकि हरिद्वार नगर निगम में 56 पार्षद प्रत्याशी घोषित किए गए हैं।
भाजपा की रणनीति—
भाजपा का प्रयास है कि टिकट वितरण में किसी प्रकार का विवाद न हो और संगठन में सभी वर्गों और गुटों को संतुलित प्रतिनिधित्व दिया जाए। पार्टी ने यह भी सुनिश्चित किया है कि अनुभवी और नए कार्यकर्ताओं के बीच संतुलन बनाए रखा जाए। भाजपा की इस सूची से स्पष्ट है कि पार्टी निकाय चुनावों में सभी वर्गों और क्षेत्रों को साधने की कोशिश कर रही है। आगामी दिनों में अन्य प्रमुख नगर निगमों के प्रत्याशियों की घोषणा होने की संभावना है, जिससे चुनावी सरगर्मी और बढ़ेगी।